केन्द्रीय राज्य मंत्री संतोष कुमार गंगवार व प्रदेश के मंत्री डा0 हरक सिंह रावत ने संयुक्त रूप से 100 बिस्तर वाले ईएसआईसी अस्पताल का दीप प्रज्जवलन कर किया उद्घाटन
रूद्रपुर। श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भारत सरकार संतोष कुमार गंगवार, प्रदेश के श्रम व सेवायोजन मंत्री डा0 हरक सिंह रावत ने संयुक्त रूप से 100 बिस्तर वाले ईएसआईसी अस्पताल का दीप प्रज्जवलन कर उद्घाटन किया। इस अस्पताल का निर्माण 05 एकड भूमि मे 97.72 करोड रूपये की लागत से किया गया है। जिसमें 32 स्टाफ क्वाटर भी शामिल हैं। केन्द्रीय राज्य मंत्री संतोष कुमार गंगवार ने कहा प्रारम्भ मे इस अस्पताल में ओपीडी की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही थी अब इस चिकित्सालय मे बीमित व्यक्तियों व उनके परिवार के सदस्यों को चिकित्सालय की सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जायेंगी। उन्होने कहा भारत सरकार मजदूरों के स्वास्थ की चिन्ता करती हैं। इसीलिए उत्तराखण्ड के रूद्रपुर में पहला ईएसआईसी चिकित्सालय की स्थापना की गई। उन्होने कहा अन्य जगहों पर भी श्रमिकों की संख्या व मानकों के अनुसार जहां ईएसआईसी अस्पताल की आवश्यकता होगी वहां चिकित्सालय बनाये जायेंगे। उन्होने कहा असंगठित मजदूर जिनकी उम्र 60 वर्ष से उपर हो गई हैं। उन्हे पेंशन योजना से जोड़ा जा रहा है। उन्होने कहा हर वर्ष मजदूरों की संख्या बढ रही हैं। सरकार इसको ध्यान में रखते हुए 2022 तक हर जनपद मे ईएसआईसी चिकित्सालयो का निर्माण करेगी।
उन्होने कहा सामान्य मरीज भी जो ईएसआईसी चिकित्सालय मे आयेंगे उनका न्यूनतम शुल्क मे ईलाज कराया जायेगा। उन्होने कहा इस चिकित्सालय मे 06 माह के अन्दर सभी सुविधाए उपलब्ध कराई जायेगी साथ ही विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्त भी की जायेगी। उन्होने कहा उत्तराखण्ड मे कर्मचारी राज्य बीमा योजना सर्वप्रथम रूडकी मे 1962 मे क्रियान्वन्वित की गई आज यह योजना उत्तराखण्ड राज्य के 18 केन्द्रों मे लागू हैैैं। इस योजना के अन्तर्गत क्षेत्र मेें नियोजको की संख्या 13719 बीमाकृत श्रमिक की संख्या 6.55 लाख तथा लाभार्थियो की संख्या 25.45 लाख है। इस अवसर पर श्रम एवं सेवायोजन मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा इस चिकित्सालय की स्थापना से श्रमिक व उनके परिवार के लोगों को लाभ मिलेगा। इसका विधिवत शुभारम्भ हुआ है। उत्तराखण्ड के रूद्रपुर मे पहला ईएसआईसी चिकित्सालय शुरू हुआ है। सर्वप्रथम लोगों का अस्पताल के प्रति विश्वास होना चाहिए। उन्होने आशा की कि यह चिकित्सालय स्वास्थ के क्षेत्र मे मील का पत्थर साबित होगा। उन्होने कहा पर्वतीय क्षेत्रों में भी मजदूरों को स्वास्थ लाभ पहुंचाने हेतु ईएसआईसी चिकित्सालयो की स्थापना की जा रही है। वर्तमान में उत्तराखण्ड मे 03 लाख से अधिक निर्माण श्रमिकों का पंजीकरण किया जा चुका हैं।