आइएएस अफसर की तेज रफ्तार कार ने एक स्थानीय पत्रकार को रौंद डाला
तिरुवनंतपुरम। केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में एक आइएएस अफसर की तेज रफ्तार कार ने एक स्थानीय पत्रकार को रौंद डाला। इस सड़क हादसे में बाइक चला रहे स्थानीय पत्रकार के. मुहम्मद बशीर की मौत हो गई। प्रारंभिक जांच के बाद पुलिस ने आरोपी आइएएस अधिकारी श्रीराम वेनकितारमण को गिरफ्तार कर लिया है। इसी गुरुवार को वरिष्ठ आइएएस अधिकारी श्रीराम वेनकितारमण को राज्य की कैबिनेट ने सर्वे डायरेक्टर नियुक्त किया है। पुलिस अधिकारी के अनुसार कार में आरोपित आइएएस अधिकारी के अलावा एक महिला भी थी। 33 वर्षीय वरिष्ठ आइएएस अफसर श्रीराम पर आइपीसी की धारा-279 (रैश ड्राइविंग) और धारा 304 (गैर इरादतन हत्या) लगाई गई हैं। हादसे में खुद भी घायल हुए श्रीराम को एक निजी अस्पताल में इलाज कराने के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया।
वरिष्ठ आइएएस अधिकारी श्रीराम वेनकितारमण सड़क हादसे के वक्त एक क्लब से पार्टी करके लौट रहे थे। उनकी मॉडल मित्र वफा फिरोज भी साथ थीं। हादसे वाली लक्जरी कार की वही मालिक हैं। श्रीराम एमबीबीएस की पढ़ाई भी कर चुके हैं। वह हाल ही में विदेश से उच्च शिक्षा हासिल करके अपने राज्य में वापस लौैटे हैं। शहर के म्यूजियम रोड पर तेज रफ्तार कार ने जब मोटरसाइकिल को टक्कर मारी तो उस पर सवार मलयालम अखबार ‘सिराज’ के 35 वर्षीय ब्यूरो चीफ के.मुहम्मद बशीर बाइक समेत एक दीवार से जा टकराए। हादसे के वक्त वह अपना काम खत्म करके घर लौट रहे थे। टक्कर इतनी भयंकर थी बाइक और कार के परखच्चे उड़ गए। कई चीजें दुर्घटनास्थल से दूर बिखरी मिलीं। सड़क पर खून बिखरा हुआ था। बशीर की दुर्घटनास्थल पर ही मौत हो गई। पुलिस की जांच में पता चला है कि श्रीराम ने घटना के समय शराब पी हुई थी। घटना को लेकर एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि मैं फिल्म देखकर लौट रहा था तभी मैंने देखा कि एक तेज रफ्तार कार ने एक बाइक को जोर से टक्कर मारी। इसके बाद मैंने कार की ड्राइविंग सीट से एक युवक को भी निकलते देखा।
तिरुवनंतपुरम के पुलिस कमिश्नर धीनेंद्र कश्यप ने बताया कि कार कौन चला रहा था इस बात कई विरोधाभासी बयान आ रहे थे। लेकिन एक स्वतंत्र प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि श्रीराम ही गाड़ी चला रहे थे। इस घटना को लेकर केरल यूनियन ऑफ वर्किंग (केयूड्ब्ल्यूजे) ने इस पूरे मामले की सही से जांच करने की मांग की है। ट्रांसपोर्ट मंत्री एके ससींद्रन ने कहा कि आइएएस अफसरों को नियमों का पालन करने में मिसाल पेश करनी चाहिए। आरोपित का ड्राइविंग लाइसेंस रद करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।