केदारनाथ में प्रत्याशी चयन पर दुविधा मे हरदाः चौहान
देहरादून। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चैहान ने कहा कि केदारनाथ उप चुनाव मे जीत का दावा करने वाले पूर्व सीएम हरीश रावत प्रत्याशी चयन को लेकर दुविधा मे हैं। केदारनाथ की डगर ओम गणेश से शुरू करने को लेकर उन्होंने कहा कि उनका उद्बबोधन चाहे भगवान गणेश से हो अथवा पूर्व अध्यक्ष से, लेकिन इससे भाजपा को कोई फर्क नही पड़ने वाला है। उन्होंने कहा कि केदार की गरिमा के अनुरूप स्वच्छ प्रत्याशी को लेकर वह इच्छा जता भर रहे हैं, लेकिन उनकी गुगली से खुद पार्टी के दिग्गज असमंजस मे हैं।
चैहान ने कहा कि भाजपा का हर कार्यकर्ता के पास हर चुनाव की कमान होती है,क्योंकि भाजपा कार्यकर्ता आधारित पार्टी है और जनता के सुख दुख मे खड़ी रहती है। केदारनाथ की कांग्रेस ने जो उपेक्षा अब तक की है उसका दंड उसे अवश्य जनता देगी। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नेताओं के मार्गदर्शन मे हमेशा ही बूथ लेबल तक कार्यकर्ता कमान संभालते रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास यह समस्या जरूर है कि उनके पास न नेता और न ही कार्यकर्ता हैं।
उन्होंने कहा कि केदारनाथ के साथ कांग्रेस ने जो अन्याय किया उसे सब भली भाँति जानते हैं। आपदा प्रबंधन की तैयारियों पर सवाल उठा रही कांग्रेस को इस बार केदारनाथ मे आई आपदा को देखने की जरूरत है कि अल्प समय मे बेहतर प्रबंधन कैसे होता है। 2013 मे आई आपदा के समय भी अलर्ट घोषित हुआ था, लेकिन बेपरवाह तत्कालीन कांग्रेस सरकार को तो 2 दिन बाद पता लगा कि केदार धाम तहस नहस हो गया। जबकि इस समय केदारघाटी में आई आपदा के कुछ ही घंटों में सीएम पुष्कर सिंह धामी ग्राउंड जीरो पर आपदा प्रभावितों के बीच उपस्थित होकर तत्काल रेस्क्यू अभियान चलाया गया । इस बार सरकार ने समय पर रेस्क्यू कार्य शुरू कर सभी जरुरी कदम उठाये और हजारों लोगों को सुरक्षित निकाल लिया। सीएम धामी खुद रेस्क्यू कार्यों की चैबीसों घंटे मॉनिटरिंग कर रहे हैं। चैहान ने कहा कि केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों के लिए पीएम मोदी ने जो अद्वितीय प्रयास कर धरातल पर उतारे वह ऐतिहासिक हैं। आज केदारनाथ सुलभ और सुरक्षित है। केदारनाथ आज विश्व पटल पर उभरकर सामने आया है और पीएम मोदी के मार्गदर्शन मे सीएम धामी के नेतृत्व मे केदारनाथ बेहतर स्वरूप मे खड़ा हो गया है। इसका आशीर्वाद भी भाजपा को ही मिलेगा। वहीं हिटो केदार का राग अलापने वाले एल्बम निर्माण के लिए लाखों लुटा बैठे तो साथ ही निर्माण कार्यों मे भी लाखों के वारे न्यारे कर बैठे। ऐसे मे वह केदारनाथ मे आशीर्वाद की कल्पना कर रहे हैं।