गंगोत्री-यमुनोत्री धाम के कपाट खुले
उत्तरकाशी। गंगोत्री-यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा का भी श्रीगणेश हो गया है। इस बार लॉकडाउन के कारण बिना भक्तों के ही दोनों धामों के कपाट खोले गए हैं। तीर्थ पुरोहितों ने जैसे ही कपाट खोले तो दोनों धाम मां गंगा और यमुना के जयकारों से गूंज उठे। इस मौके पर पीएम मोदी ने भी 1100 रुपये पूजा में भेंट किए। रोहिणी नक्षत्र में दोपहर 12.35 बजे गंगोत्री मंदिर के कपाट खोलकर मां गंगा की भोग मूर्ति को मंदिर में विराजमान किया गया। मंदिर समिति ने पांच तीर्थ पुरोहितों के माध्यम से रोजाना पूजा-अर्चना की व्यवस्था की है। रविवार को वैदिक मंत्रोच्चार के साथ गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट खोले गये। लॉकडाउन के कारण इस साल धाम के कपाट खुलने के वक्त यहां मंदिर समिति के अलावा कोई और मौजूद नहीं रहा। इस बार पीएम नरेंद्र मोदी ने भी अक्षय तृतीया महापर्व और गंगोत्री के कपाट खुलने के मौके पर गंगोत्री मंदिर समिति को 1100 रुपये दान दिया। जिसके बाद इस साल गंगोत्री धाम ने सबसे पहले प्रधानमंत्री मोदी के नाम से पूजा की गई। लॉकडाउन के चलते गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट 21-21 पुरोहितों और पुलिस-प्रशासन की मौजूदगी में खोले गये। इस साल कपाट खुलने के मौके पर श्रद्धालु न होने के कारण कोई भी अपनी पहली पूजा मां गंगा को नहीं दे पाया। जिसके बाद गंगोत्री धाम के पुरोहितों ने पीएम मोदी के नाम से साल की पहली पूजा की। बता दें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली पूजा के लिए 1100 रुपए दक्षिणा भेजी थी। गंगोत्री धाम मंदिर समिति के अध्यक्ष सुरेश सेमवाल ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भेजी गई दक्षिणा की धनराशि भटवाड़ी एसडीएम देवेंद्र सिंह नेगी ने मंदिर समिति को दी। उसके बाद विश्वव्यापी कोरोना महामारी से लड़ने और जीतने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से मां गंगा की पहली पूजा की गई।