पूर्व केन्द्रीय मंत्री अजय टम्टा ने कारगिल शहीदों को दी श्रद्धांजलि
अल्मोड़ा। कारगिल दिवस की 21वीं वर्षगाँठ समारोह शहीद स्मारक छावनी क्षेत्र में आयोजित किया गया। वैश्विक महामारी कोविड 19 के कारण इस वर्ष शौर्य दिवस समारोह पूरी श्रद्धा एवं सम्मान के साथ सीमित संख्या के आधार में आयोजित किया गया। कारगिल शहीदों की स्मृति में शहीद स्मारक छावनी परिषद पर माल्यार्पण, पुष्पांजलि एवं पुष्पचक्र अर्पित किये गये। इस दौरान 02 मिनट का मौन रखा गया।
इस अवसर पर सांसद एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री अजय टम्टा ने कारगिल विजय दिवस (शौर्य दिवस) पर शहीद स्मारक पर कारगिल शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने भारतीय सेना के अदम्य साहस व शौर्य को नमन करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड में सैनिकों की वीरता व बलिदान की लम्बी परम्परा रही है। देश की आजादी से पहले एवं आजादी के बाद उत्तराखंड के वीर सपूतों ने देश की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण योगदान रहा है। कारगिल युद्ध में बड़ी संख्या में उत्तराखण्ड के सपूतों ने देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहूति दी।
इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चन्द जोशी ने कहा कि 26 जुलाई, 1999 में करगिल के युद्ध में शहीद हुये सैनिकों की याद में आज शौर्य दिवस को पूरे भारत वर्ष में मनाया जाता है। उन्होंने सभी शहीदों को नमन करते हुये कहा कि हमें ऐसे वीर शहीदों पर हमेशा गर्व रहेगा जो अपने प्राणों की बाजी लगाकर भारत माता की रक्षा करते है। इस अवसर पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पीएन मीणा, अपर जिलाधिकारी बी० एल० फिरमाल, अध्यक्ष पूर्व सैनिक लीग आ0 कैप्टन दीपक टम्टा ने भी अपने विचार रखे और शहीदों को श्रंद्धाजलि अर्पित की। इस अवसर पर सैनिटरी निरीक्षक छावनी परिषद राजेश बिष्ट, सावित्री देवडी पत्नी लानायक स्व० हरीश देवडी, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी प्रकाश चन्द्र मासीवाल, पूरन सिह मेहता, पूरन चन्द्र लोहनी, महेन्द्र सिह मेहरा, राज कुमार विष्ट, हेमन्त लाल वर्मा, देवेन्द्र कुमार, मनोज सिह नगरकोटी एवं जनपद के पूर्व सैनिक आदि उपस्थित थे। इस शौर्य दिवस (कारगिल दिवस) के अवसर पर सावित्री देवडी पत्नी लानायक स्व हरीश देवडी को मुख्य अतिथि द्वारा शॉल भेंट कर सम्मानित किया।