Uttarakhand

एफएडीए के नेतृत्व में बदलाव, आशीष हर्षराज काले ने विंकेश गुलाटी को एफएडीए का 35वां अध्यक्ष नियुक्त करने की घोषणा की

देहरादून। 7 सितंबर, 2020- भारत में ऑटोमोबाइल रिटेल की शीर्ष राष्ट्रीय संस्था द फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (एफएडीए) ने  विंकेश गुलाटी को वर्ष 2020-22 के लिए एफएडीए के 35वें अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किए जाने की घोषणा की। वह उत्तर प्रदेश से भी पहले अध्यक्ष हैं। यह निर्णय 298 वीं गवर्निंग काउंसिल की बैठक में किया गया था जो कि फेडरेशन की 56 वीं वार्षिक आम बैठक के तुरंत बाद आयोजित की गई थी।
 गुलाटी यूनाइटेड ऑटोमोबाइल्स के निदेशक हैं, जिसका संचालन इलाहाबाद और फरीदाबाद से होता है। यूनाइटेड ऑटोमोबाइल्स 1985 से ऑटो डीलरशिप व्यवसाय में संलग्न है और महिंद्रा एंड महिंद्रा एवं बजाज ऑटो के लिए डीलर्स हैं। यूनाइटेड ऑटोमोबाइल्स यूनाइटेड ग्रुप का हिस्सा है, जिसकी शुरुआत 1951 में ट्रांसपोर्ट बिजनेस के रूप में हुई थी। ग्रुप ने उत्तर प्रदेश और दिल्ली में शैक्षिक संस्थान, ऑटो डीलरशिप, डायग्नोस्टिक सेंटर, न्यूजपेपर पब्लिकेशन और मेडिकल साइंस के क्षेत्रों में अपनी गतिविधियों का विस्तार किया है। इलाहाबाद में इसने 1,000 बिस्तर वाले एक अस्पताल यूनाइटेड मेडिसिटी की स्थापना की है।
परिषद ने वर्ष 2020-22 के लिए निम्नलिखित व्यवस्था की है –
मनीष राज सिंघानिया, मैनेजिंग पार्टनर दृ रालास मोटर्स, रायपुर (महिंद्रा एंड महिंद्रा के डीलर) उपाध्यक्ष के रूप में
 चित्तूर सेल्वाकुमार विग्नेश्वर, उप प्रबंध निदेशक – अनामलाइज टोयोटा, कोयम्बटूर (टोयोटा के  डीलर, वीईसीवी और बेनेली) सचिव के रूप मेंय परिषद ने सर्वसम्मति से साई गिरिधर – निदेशक, सायशा मोटर्स प्रा. लिमिटेड – जयपुर (स्कोडा ऑटो के लिए डीलर) के नाम को  वर्ष 2020-22 के लिए बतौर कोषाध्यक्ष नियुक्ति दी है।
फेडरेशन के अध्यक्ष के रूप में पिछले दो वर्षों में  काले द्वारा किए गए अपार योगदान के लिए एफएडीए इंडिया अपनी सराहना दर्ज करती है। उनके नेतृत्व में, एफएडीएने कई उल्लेखनीय कदम उठाए। इनमें वाहन पंजीकरण-आधारित ओईएम वार बाजार हिस्सेदारी जारी करने के लिए ऑटो रिटेल रजिस्ट्रेशन के आंकड़े पेश करना  और सुप्रीम कोर्ट में बिकने से बच गए बीएस-4 वाहनों के मामले को सर्वोच्च न्यायालय तक ले जाना और फैसले को तकरीबन अपने पक्ष में कर लेना शामिल है। उनके ही मार्गदर्शन में, फेडरेशन को नीति निर्माताओं, ओईएम, ऑटो डीलर्स और हमसे संबद्ध अन्य उद्योगों ने ऑटो रिटेल क्षेत्र में सबसे अधिक प्रासंगिक निकाय के रूप में देखा। एफएडीए ने सभी ऑटो डीलर्स को अपने अम्ब्रेला के तहत एक साथ लाने में भी अहम भूमिका निभाई है। यही वजह है कि फेडरेशन की सदस्यता  रिकॉर्ड ऊंचाई को छू रही है।
 गुलाटी को संगठन की कमान दिए जाने पर,  काले ने कहा, “मैं इस प्रतिष्ठित संस्था के अध्यक्ष के रूप में अपने मित्र और सहयोगी  विंकेश गुलाटी को बधाई देता हूं। उनके साथ काम करने के बाद, मुझे पूरा विश्वास है कि डीलरों के मुद्दों को सुलझाने के लिए उनकी कार्य शैली और बोल्ड दृष्टिकोण  एफएडीए को अगले स्तर तक ले जाएगा और डीलरशिप समुदाय को एकजुट और मजबूत करेगा। मैं एफएडीए,ऑटो उद्योग में अपने सभी सहयोगियों  और अपने कार्यकाल के दौरान  मीडिया द्वारा एफएडीए को दिए गए हर प्रोत्साहन और सहयोग के लिए आभार व्यक्त करता हूं।
      नए एफएडीए अध्यक्ष के रूप में अपनी नियुक्ति पर टिप्पणी करते हुए, श्री गुलाटी ने कहा, मैं बेहद आभार और सम्मानित महसूस करता हूं कि फेडरेशन ने  एफएडीए के नए अध्यक्ष का पद संभालने के लिए मुझ पर अपना भरोसा रखा है। यह एक ऐसा संगठन है, जिसके पास एक यादगार अतीत है और रोमांचक भविष्य। वैसे तो हम लोग काफी लचीले हैं, लेकिन कोविड ने एक बार फिर हमें  कठोर निर्णय लेना सिखाया है, ताकि  डीलरशिप जीवित रहे। मेरे कार्यकाल के दौरान, मैं डीलरशिप में सुधार के लिए इससे जुड़े  मुद्दों को सख्ती से उठाऊंगा। यह डीलर मार्जिन, फ्रेंचाइज एक्ट हो सकता है या एमएसएमई के दायरे में शामिल होने का मुद्दा। इन मौजूदा चुनौतियों के बावजूद, भारत जल्द ही दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल बाजार बनने की क्षमता रखता है। हम सही मायनों में ऑटोमोबाइल  में भारत को वैश्विक लीडर बनाने के सरकार के सपने को पूरा कर सकते हैं, बशर्ते हमारा तंत्र यानी सरकार, एसआईएएम  एसीएमए और एफएडीए कंधे से कंधा मिलाकर काम करें।‘’

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