गर्मी के चलते सूबे में वन अग्नि की घंटनाएं बढ़ने की संभावना
देहरादून। उत्तराखंड में मार्च महीने से बारिश न होने के कारण मैदानी इलाकों में उच्चतम तापमान 33 से 35 डिग्री तक पहुंच गया है। वहीं, पहाड़ों में भी तापमान 25 से 26 डिग्री हो गया है। जिससे प्रदेश में वनाग्नि की घटनाओं के लगातार बढ़ने की संभावनाएं बनी हुई हैं। मौसम विभाग की मानें तो आने वाले दिनों में तापमान सामान्य से 6 से 7 डिग्री बढ़ सकता है। 3 अप्रैल से प्रदेश के मैदानी और पर्वतीय जिलों ने तामपान 2 से 3 डिग्री तक बढ़ जाएगा। जिससे कि पहाड़ों में वनाग्नि की घटनाओं में वृद्धि देखने को मिल सकती है। मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि अभी प्रदेश के मैदानी इलाकों में 33 से 35 डिग्री तक उच्चतम तापमान चल रहा है। वहीं, पहाड़ी जिलों में तापमान करीब 25 से 26 डिग्री के आसपास है। 2 अप्रैल तक मैदानी और पहाड़ी जिलों में यही तापमान बना रहेगा। 3 अप्रैल से तापमान 3 डिग्री तक बढ़ने की संभावना है। जिससे मैदानी जिलों में करीब 38 डिग्री तक उच्च्तम तापमान पहुंच जाएगा। पहाड़ी जिलों में 29 डिग्री तक तापमान जाने की आशंका है। विक्रम सिंह ने बताया पहाड़ों में 28 से 29 डिग्री का तापमान वनाग्नि के लिए अनुकूल होता है। जिसके कारण 3 अप्रैल के बाद पहाड़ी जिलों में वनाग्नि की घटनाएं बढ़ने की प्रबल संभवानाएं हैं।उत्तराखंड में 15 फरवरी से फॉरेस्ट फायर सीजन शुरू हो चुका है। वहीं मार्च माह में बढ़ते तापमान के कारण वनाग्नि की घटनाओं की वृद्धि की संभावनाएं अधिक हो गई है। वन विभाग के जारी ऑनलाइन बुलेटिन के अनुसार 30 मार्च तक प्रदेश की 41 फॉरेस्ट डिवीजन में 123 वनाग्नि की घटनाएं दर्ज की गई हैं। जिसमें 159.27 हेक्टेयर वन संपदा को नुकसान हो चुका है।