पेयजल स्रोतों के दबने की शिकायत पर डीएम ने मोटरमार्ग का निरीक्षण किया
पिथौरागढ़। निर्माणाधीन रसैपाटा-बुंगाछीनां मोटर मार्ग के मलबे से खेतों के दबने एवं पेयजल लाईनों व पेयजल टैंकों के क्षतिग्रस्त होने तथा पेयजल स्रोतों के दबने की शिकायत पर जिलाधिकारी रीना जोशी ने रसैपाटा-बुंगाछीना मोटरमार्ग का स्थलीय निरीक्षण कर स्थिति का जायजा लिया। रसैपाटा-बुगाछीना रोड़ कटिंग कार्य लापरवाही से किये जाने तथा रोड़ का मलबा डम्पिंम जोन में न डाले जाने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी प्रकृट करते हुए अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग एमसी तिवारी को निर्देश दिये कि ग्रामीणों के जो खेत मलबे में दबकर बर्बाद हो गये हैं उनका मुआवजा ग्रामीणों को दिया जाए तथा क्षतिग्रस्त पेयजल लाइनों, टैंकों एवं स्रोतों को तत्काल दुरुस्त करवाया जाए! उन्होंने निर्देश दिए कि रोड कटिंग के दौरान निकल रहे मलबे को डंपिंग जोन में ही डंप किया जाए! जिलाधिकारी ने ग्रामीणों से भी डंपिंग जोन के लिए भूमि देने को कहा!
इस दौरान ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि रोड कटिंग के मलबे से ग्राम मुसगल के 8 से 10 परिवारों के खेत मलबे में दबकर बर्बाद हो गए हैं! जबकि पेयजल स्रोतों के मलबे में दबने से ग्राम मोडी, गुबरोली, रिगाड़ा, साराढंगा एवं खोली के ग्रामीणों के सामने पेयजल संकट उत्पन्न हो गया है!