उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2025 की तैयारियां शुरू

देहरादून। उत्तराखंड चारधाम यात्रा 30 अप्रैल से शुरू होने जा रही है। इसको देखते हुए राज्य सरकार ने तैयारियां तेज कर दी हैं, ताकि चारधाम की यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत ना हो। इसी क्रम में पीडब्ल्यूडी और आपदा प्रबंधन विभाग व्यवस्थाओं को मुकम्मल करने की कवायद में जुट गये हैं। पिछले साल यात्रा सीजन के दौरान जुलाई महीने में भारी बारिश से केदारनाथ पैदल मार्ग काफी क्षतिग्रस्त हो गया था। ऐसे में लोक निर्माण विभाग पैदल मार्ग को दुरुस्त करने में लगा हुआ है। पीडब्ल्यूडी सचिव पंकज कुमार पांडेय ने बताया कि पिछले साल जुलाई महीने में अत्यधिक भारी बारिश होने से केदारनाथ पैदल मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया था। हालांकि, उस दौरान पैदल मार्ग को सुचारू कर दिया गया था, लेकिन कुछ और काम किए जाने थे, जिसको मंजूरी दे दी गई थी। उन्होंने कहा कि केदारनाथ पैदल मार्ग से बर्फ हटते ही कुछ अन्य काम भी कराए जाएंगे। इन कामों में कुछ जगहों पर रेलिंग बनाना और पैदल मार्ग के कुछ हिस्सों में चौड़ीकरण का कार्य शामिल है।
पीडब्ल्यूडी सचिव पंकज कुमार पांडेय ने बताया कि रामबाड़ा से गरुड़ चट्टी के लिए एक और रास्ता बनाए जाने का निर्णय जाना था, जिसको वन विभाग से परमिशन मिलने के बाद स्वीकृत कर दिया गया था। इस मार्ग को बनाए जाने का काम पिछले साल शुरू कर दिया गया था, लेकिन कुछ काम पूरा ना होने के चलते पिछले साल चारधाम यात्रा के दौरान इस मार्ग को शुरू नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि विभाग प्रयास कर रहा है कि चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले इस मार्ग के बचे हुए कार्य को पूरा कर लिया जाए। जिसके बाद रामबाड़ा से गरुड़ चट्टी के बीच दो रास्ते हो जाने पर इन मार्गों को वन वे के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा।
पीडब्ल्यूडी सचिव पंकज कुमार पांडेय ने बताया कि पिछले साल से लगातार सड़कों को बेहतर करने का कार्य किया जा रहा है, ताकि पिछले चारधाम यात्रा के दौरान यात्रियों को जो सुविधाएं उपलब्ध कराई गई थी, उससे बेहतर सुविधाएं आगामी चारधाम यात्रा के दौरान यात्रियों को उपलब्ध कराई जाएं। जिसके तहत चारधाम यात्रा मार्गों के कई हिस्सों में काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि चमोली क्षेत्र में जिस पर एनएचआईडीसीएल काम कर रहा था, वहां पर पिछले साल 2-3 नये स्लाइड जोन बन गए थे। जिसके चलते यात्रियों को काफी दिक्कतें हुई थी। ऐसे में इस स्लाइड जोन को ठीक करने के लिए काम शुरू कर दिया गया है। लिहाजा, चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले इन पैचेज को ठीक कर लिया जाएगा।
पीडब्ल्यूडी सचिव पंकज कुमार पांडेय ने बताया कि उत्तरकाशी में बीआरओ का एक मार्ग है, जो उत्तरकाशी से गंगोत्री को जाता है, उस मार्ग को नया करने से संबंधित कार्य की स्वीकृति दे दी गई है। ऐसे में जैसे ही तापमान सामान्य होता है, उस पर काम शुरू कर दिया जाएगा। धरासू से बड़कोट जाने वाले मार्ग पर एनएचआईडीसीएल की ओर से कार्य किया जा रहा है। इस मार्ग की सड़क को पूरा ठीक किया जा रहा है। साथ ही केदारनाथ धाम के पुल मार्ग में कुछ हिस्सों पर काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि पीडब्ल्यूडी के अपर सचिव को इस बाबत निर्देश दिए गए हैं कि वो अगले हफ्ते चमोली और रुद्रप्रयाग क्षेत्र का पूरा दौरा करें। इसी बीच जिस मार्ग पर कार्य करने की आवश्यकता महसूस होगी, तत्काल वहां पर कार्य कराया जाएगा। आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने कहा कि आपदा के दौरान किस तरह से लोगों को परेशानी से बचाया जा सके। इसके दृष्टिगत तैयारियां की जा रही हैं। जैसे ट्रैफिक जाम न हो, मार्ग बाधित होने पर यात्रियों को पहले ही रोक लिया जाए। उन्होंने कहा कि जिस तरह से साल 2024 के दौरान तैयारियां की गई थी। इसी तरह तैयारियों की प्लानिंग विभाग कर रहा है। अगर कहीं सड़क मार्ग बाधित होता है, तो तत्काल प्रभाव से सड़क मार्ग को खोला जाए। साथ ही रिस्पांस टाइम को कम से कम किया जाए।