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चक्रवाती तूफान तितली ने ओडिशा में किया भयंकर रूप धारण, आगामी 18 घंटे में अति भंयकर रूप धारण करने का खतरा

भुवनेश्वर। ओडिशा में आ रहे चक्रवाती तूफान तितली ने अब भयंकर रूप धारण कर लिया है। चक्रवाती तूफान आगामी 18 घंटे में अति भंयकर रूप धारण कर लेगा। फिलहाल यह तूफान 10 किमी/घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है। मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार सुबह तक इसकी तीव्रता और बढ़ेगी और 145 किमी/घंटे तक की रफ्तार से हवाएं चलने के आसार हैं। ओडिशा सरकार ने ‘तितली’ तूफान के मद्देनजर सुरक्षा और राहत एजेंसियों को अलर्ट पर रखा है। मौसम विभाग ने बुधवार को जारी अपने पूर्वानुमान में ओडिशा के ज्यादातर हिस्सों में भारी बारिश की आशंका जताई है। तितली तूफान आज सुबह गोपालपुर बंदरगाह से 370 किमी. एवं कलिंगपटनम से 310 किमी. की दूरी पर है। 11 अक्टूबर सुबह के समय तितली स्थल भाग को स्पर्श करेगा। कलिंगपटनम एवं गोपालपुर के बीच यह स्थल भाग को स्पर्श करेगा। तितली जब स्थल भाग को स्पर्श करेगा उस समय 145 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से पवन चलेगी। गंजाम, गजपति, पुरी, जगतसिंहपुर जिला में भारी से भारी बारिश होगी। अन्य तटीय जिलों में भी बारिश होगी। एसआरसी श्री सेठी ने कहा है कि तटीय जिलों में भारी से भारी बारिश होने की सम्भावना है। विभिन्न नदियों में बाढ़ आने की सम्भावना है। इसीलिए निचले इलाकों के लिए सतर्क सूचना जारी कर दी गई है।

पांच जिलों के लिए विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश ‘तितली’ तूफान एक खतरनाक तूफान में बदल गया है। दक्षिण ओडिशा में इसके सुबह 5:30 तक पहुंचने की आशंका जतायी जा रही है। पांच जिलों के डीएम को अलर्ट कर दिया गया है। वहां के लोगों को तूफान से बचने के लिए नीचे के क्षेत्र में ले जाने की सलाह दी गई है। मुख्‍य सचिव ने बताया कि सुरक्षा के पुख्‍ता इंतजाम किए गए हैं।

ओडिशा सरकार की युद्ध स्तर पर तैयारी बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने के बाद चक्रवात का रूप धारण कर चुके तितली तूफान से निपटने के लिए ओडिशा सरकार युद्ध स्तर पर तैयारी में जुट गई है। मुख्य सचिव आदित्य प्रसाद पाढ़ी ने सचिवालय में मंगलवार शाम को वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा करने के बाद बताया कि रेड अलर्ट जारी करने के बाद पुरी, गंजाम और जगतसिंहपुर जिले के सभी स्कूल-कॉलेजों में तीन दिन के लिए छुट्टी घोषित कर दी गई है। इन जिलों में 10 से 12 अक्टूबर तक स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे। उन्होंने कहा कि इन जिलों में छह एनडीआरएफ, 11 ओड्राफ (ओडिशा डिजास्टर रेस्क्यू फोर्स) टीम को तैनात किया जाएगा। निचले इलाके में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। बुधवार को स्थिति का जायजा लेने के बाद अन्य जिलों के स्कूल-कॉलेजों को बंद किया जाएगा या नहीं उस पर निर्णय लिया जाएगा। उधर खुर्दा, नयागड़, कटक, जाजपुर, भद्रक एवं बालासोर जिलों में भारी बारिश होने की आशंका होने से इन जिलों में चेतावनी जारी की गई है। मौसम विभाग ने कहा है कि चक्रवाती तूफान जब स्थल भाग को छुएगा तब हवा की गति 110 से 125 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है।

रेलवे ने सुरक्षा के लिहाज से बंद किए ये रूट  तितली’ तूफान को लेकर मिली चेतावनी के कारण रेलवे ने एतिहातन सुरक्षा के कदम उठा लिये हैं। तूफान की आशंका आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा के तटीय क्षेत्रों में ज्‍यादा है। इस कारण रेलवे ने फैसला लिया है कि खुर्दा रोड और विजयनगरम के बीच रात दस बजे के बाद ट्रेनें नहीं चलेंगी। इसके साथ ही अप लाइन की ट्रेन जो हावड़ा और खड़गपुर की तरफ से आ रही है वह भद्रक के बाद शाम 7 बजकर 15 मिनट के बाद नहीं चलेगी। इसके अलावा हैदराबाद-विशाखापट्टनम की ओर से आने वाली पैसेंजर ट्रेन दुवाडा के बाद शाम 6 बजकर 40 मिनट के बाद नहीं चलेंगी।

डॉ. हर्षवर्धन ने की स्थिति की समीक्षा  केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने बंगाल की खाड़ी में उठे तूफान तितली को लेकर स्थिति की समीक्षा की तथा अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि इससे कम से कम नुकसान हो। डॉ. हर्षवर्धन ने मौसम विभाग द्वारा विभिन्न राज्य सरकारों, तटीय विभागों और मछुआरों को जारी चेतावनियों का जायजा लिया। मंत्रालय ने बताया कि तितली तूफान के और गंभीर रूप धारण कर 11 अक्टूबर की सुबह आंध्र प्रदेश के कलिंगपत्तनम् और ओडिशा के गोपालपुर के बीच तट से टकराने की आशंका है।

झारखंड में भी दिखेगा असर  ओडिशा में दस्तक दे रहे चक्रवाती तूफान तितली का साया झारखंड पर भी मंडरा रहा है। मौसम विभाग के अनुसार झारखंड के दक्षिण-पूर्व क्षेत्र में इसका असर दिखेगा।

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