बिना किसी सरकारी मद्द के गौ रक्षा का कार्य कर रहे ग्राम छरबा के पूर्व प्रधान
देहरादून। आज एस0डी0 न्यूज की टीम राजधानी देहरादून के एक ऐसे गांव में पहुंची जो कि कोका कोला प्लांट को लेकर काफी चर्चाओं में रहा और ग्रामवासियों की एकता व आंदोलन के चलते सरकार को उस ग्र्रामसभा में कोका कोला प्लांट लगाने के प्रपोजल को वापस लेना पड़ा, जी हां हम उसी ग्रामसभा यानि छरबा का जिक्र कर रहे हैं जिसके उस समय के प्रधान रीमूराम जायसवाल जी थे जो कि अब वर्तमान में प्रधान पद पर तो नहीं हैं लेकिन आज भी वह सामाजिक कार्यो में लिप्त रहते हैं और सन् 2008 से वह गौ रक्षा, गौ सेवा का कार्य बिना किसी सरकारी मद्द के करते चले आ रहे हैं। जब हमारे संवाददाता बालेश गुप्ता को पता चला कि छरबा गांव के पूर्व प्रधान रीमूराम जी बिना किसी सरकारी मद्द के एक बड़ी संख्या में गाय, बछड़े व बैलों की देखभाल व पालन पोषण काफी लम्बे समय से लगातार करते चले आ रहे हैं तो हमारी टीम उनका साक्षात्कार लेने ग्राम छरबा पहुंची और उनसे इस बारे में पूर्ण जानकारी प्राप्त की। ग्राम छरबा के पूर्व प्रधान रीमूराम जयसवाल ने बताया कि किस प्रकार से उन्होंने जो गायें कटने के लिये जा रही थी उन्हें बचाया और किस प्रकार और किन परिस्थियों में उन्होंने गायों का पालन पोषण किया और इस दौरान उन्हें किन किन परेशानियों का सामना करना पड़ा, बिना सरकारी सहायता के उन्हें किस प्रकार आर्थिक परेशनियों का सामना करना पड़ा, पूरी खबर जानने के लिये नीचे वीडियो पर क्लिक करेंः-