भारत अब रूस से कामोव हेलीकॉप्टरों और अन्य शस्त्र प्रणालियां भी लेने के लिए उत्सुक हैः- जनरल बिपिन रावत
नई दिल्ली। सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने रूस के साथ हुए एस-400 रक्षा सौदे के बाद कहा है कि भारत अब रूस से कामोव हेलीकॉप्टरों और अन्य शस्त्र प्रणालियां भी लेने के लिए उत्सुक है। उन्होंने अमेरिकी रोक-टोक पर कहा कि भारत की अपनी स्वतंत्र नीति है। जनरल रावत विगत शनिवार की रात को ही रूस की छह दिवसीय यात्रा से लौटे हैं। वहां उन्होंने दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के लिए सैन्य अफसरों से वार्ताएं कीं। जनरल रावत ने कहा कि रूसी भारतीय सेना और सुरक्षा बलों से जुड़ने के लिए बेहद आतुर हैं। क्योंकि वह यह बात समझते हैं कि हमारी सेना बेहद सशक्त है। इसलिए वह यह समझने में भी सक्षम हैं कि हमारी रणनीतिक प्रक्रिया के आधार पर हमारे लिए क्या उचित है। उन्होंने कहा कि भारत रूस से कामोव हेलीकॉप्टर और अन्य शस्त्र प्रणालियां व तकनीके भी लेने के लिए उत्साहित है। भारत रूस से अंतरिक्ष आधारित प्रणाली और तकनीक भी हासिल करेगा। हम और किस-किस तरह से सहयोग कर सकते हैं, इस विचार का कोई अंत ही नहीं है। हम उसी दिशा में आगे बढ़ेंगे जो देश के लिए सर्वश्रेष्ठ है। सामरिक रूप से वही हमारे लिए महत्वपूर्ण है। सेना प्रमुख ने जनरल केवी कृष्ण राव मेमोरियल लेक्चर के दौरान बताया कि उनके रूस दौरे के समय एक रूसी नौसैनिक अफसर ने उनसे पूछा था कि ऐसा लगता है कि भारत पश्चिम में अमेरिका की ओर रुख कर रहा है जिसने रूस पर प्रतिबंध लगाए हैं। अमेरिका ने रूस से सौदा करने पर भारत पर भी प्रतिबंध लगाने की धमकी दी है। इसके जवाब में भारतीय सेना प्रमुख जनरल रावत ने कहा कि हम मानते हैं कि हम पर प्रतिबंध लग सकते हैं, लेकिन हम एक स्वतंत्र नीति का पालन करते हैं।
अमेरिका से बढ़ती नजदीकी पर रूसियों की चिंता पर उन्होंने कहा कि रूस से बात से आश्वस्त रहे कि भले ही हम अमेरिका से कुछ तकनीके हासिल कर रहे हों, लेकिन हमारी अपनी स्वतंत्र नीति है।