आपातकालीन चुनौतियों से निपटने के लिए सेना ने इजराइल से 240 स्पाइक मिसाइलें खरीदी
नई दिल्ली । सेना ने पाकिस्तान के साथ लगती नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर स्पाइक टैंक रोधी मिसाइल तैनात करने का फैसला किया है। रक्षा सूत्रों ने बताया कि एलओसी पर स्पाइक टैंक रोधी मिसाइलों को तैनात किया जाएगा, क्योंकि इसका इस्तेमाल बंकर-बस्टर मोड में भी किया जा सकता है। उल्लेखनीय है कि आपातकालीन चुनौतियों से निपटने के लिए सेना ने इजराइल से 240 स्पाइक मिसाइलें खरीदी हैं। टैंक किलर्स के नाम से मशहूर इन मिसाइलों को हाल ही में सेना में शामिल किया गया है। माना जा रहा है कि इसका इस्तेमाल मुख्यत: टैंक रोधी ऑपरेशनों में किया जाएगा। यह मिसाइल आतंकियों के ठिकाने में बने सैकड़ों बंकरों को तबाह कर सकती है। बता दें कि लगभग एक माह पहले भी सेना ने नियंत्रण रेखा के उस पार आतंकी शिविरों और लॉन्च पैड को निशाना बनाया था, जिसमें चार से छह आतंकी मारे गए थे।
दरअसल, भारत युद्ध के मोर्चे पर जिस एक जगह पकिस्तान से थोड़ा हल्का पड़ता वो है एंटी टैंक मिसाइल। भारत के पास फिलहाल फ्रांस की मिलन (Milan 2T) मिसाइल उपलब्ध हैं। उनकी मारक क्षमता 2 किलोमीटर तक है, जबकि पाकिस्तानी लश्कर के पास चीन में बनी HJ-8 पोर्टेबल एंटी टैंक मिसाइल है। इसे पाक सेना ने ‘बख्तर शेख’ नाम दे रखा है। यह भारत की मिसाइल से से दोगुनी दूरी पर मार करने वाली एंटी टैंक मिसाइल हैं। इसके अलावा पाकिस्तानी इन्फेंट्री के पास अमेरिका में बनी TOW मिसाइल भी है। यह भी भारतीय एंटी टैंक मिसाइल से कहीं बेहतर है। ऐसे में भारतीय सेना लंबे समय से अच्छी एंटी टैंक मिसाइल की मांग कर रही थी।स्पाइक इजराइल की डिजाइन की हुई चौथी पीढ़ी की मिसाइल है। इस मिसाइल की खास बात यह है कि यह ‘गाइडेड मिसाइल’ है। मतलब कि आप मिसाइल की दिशा तय कर सकते हैं। लक्ष्य तय करने के बाद मिसाइल अपने आप निशाने पर जाकर लग जाएगी। वहीं, इस मिसाइल को आसानी से लादकर इधर से उधर लेकर जाया जा सकता है। इस मिसाइल की इन्हीं खासियतों के कारण ये आमने-सामने के मोर्चे में बहुत मददगार साबित होती है। इससे चलते हुए टैंक पर बिना चूक के निशाना लगाया जा सकता है। मिसाइल दागने के बाद अपनी पोजिशन बदल सकते हैं, ताकि दुश्मन के निशाने पर आने से बच जाएं। फिलहाल इटली, जर्मनी, नीदरलैंड, पुर्तगाल, स्पेन ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन सहित कुल 26 देश इस मिसाइल का प्रयोग कर रहे हैं।