आपदा से हुई क्षति का पूरा ब्यौरा 24 घंटों के अंदर नहीं देने वालों के विरूद्व होगी कार्यवाहीः-योगी
लखनऊ । दैवी आपदा से सर्वाधिक प्रभावित आगरा और कानपुर के दौरे से लौटने के तुरंत बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यहां सचिवालय एनेक्सी में बैठक कर अब तक की प्रगति की जानकारी ली। इस दौरान जिन जिलों से अब तक क्षति के आकलन की रिपोर्ट नहीं आयी है, वहां के डीएम के प्रति कड़ी नाराजगी जतायी। निर्देश दिया कि क्षति का पूरा ब्यौरा 24 घंटे में नहीं देने वालों पर कड़ी कार्रवाई करें।सी0एम0 योगी ने यह भी निर्देश दिया कि प्रभावित इलाकों में जब तक बिजली की आपूर्ति पूरी तरह बहाल नहीं हो जाती, तब तक बिल पर छूट रहेगी। जिनके घर गिर गए हैं या जो घायल हैं, उनको खाद्यान्न मुहैया कराने और इलाज की उचित व्यवस्था करने का भी निर्देश दिया। जिन इलाकों में पानी की आपूर्ति बाधित हुई है, वहां उन्होंने इंडिया मार्का हैंडपंप लगाने का निर्देश दिया। जब तक हैंडपंप न लगें, तब तक टैंकर के जरिये पर्याप्त मात्रा में पानी की आपूर्ति करने के लिए कहा। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि जिन लोगों के मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं, उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान दिये जाएं। कहा कि यदि वे प्रधानमंत्री आवास योजना की पात्रता की शर्तें पूरी नहीं करते हैं तो उन्हें मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत मकान दिये जाएं। यह भी कहा कि मौसम के कारण जिनकी भी शादियां प्रभावित हो रहीं हैं, उनको मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में शामिल करें। आपदा राहत में दी जाने वाली मदद का बाजार भाव से आकलन तैयार कर केंद्र को भेंजे।
समय से सटीक रिपोर्ट दे मौसम विभाग- मुख्यमंत्री ने कहा कि तकनीक काफी एडवांस हो चुकी है। 48 से 72 घंटे के दौरान मौसम की अप्रत्याशितता के बारे में सटीक अनुमान लगा पाना संभव है। मौसम विभाग समय से लोगों को इसकी जानकारी दे तो नुकसान को कम किया जा सकता है। बैठक में मुख्य सचिव राजीव कुमार, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल, राहत आयुक्त संजय कुमार, प्रमुख सचिव पशुपालन डा.सुधीर एम बोबड़े, प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार, प्रमुख सचिव सूचना अवनीश कुमार अवस्थी और मुख्यमंत्री के सूचना सलाहकार मृत्युंजय कुमार आदि मौजदू थे।