मानवाधिकार संगठन ने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ठ कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया
देहरादून। मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय संगठन द्वारा सनराइज अकेडमी रायपुर में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में सम्मान कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पद्मश्री डॉ. बी.के.एस. संजय, सचिन जैन, अति विशिष्ट अतिथि सुनील अग्रवाल, बीना जैन, सनराइज एकेडमी डायरेक्टर पूजा पोखरियाल डॉक्टर आरएम सक्सेना रहे। सम्मानित की गई महिलाओं में बीना अग्रवाल (नृत्य कला के क्षेत्र में) संगीता ढौंढियाल (गायकी के क्षेत्र), डॉक्टर आशु लेखा गुप्ता (ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी), निधि बेलवाल (सरदार भगवान सिंह यूनिवर्सिटी), साधना जयराज (पर्यावरण), नीतू तोमर (प्रधानाचार्य सनराइज अकैडमी), मोनिका शर्मा (प्रशासनिक अधिकारी सनराइज अकेडमी), अपेक्षा रावत, डॉक्टर पूनम शर्मा (सनराइज अकेडमी) आदि शामिल हैं। इस अवसर पर वहां मौजूद रही महिला पुलिस कर्मियों को भी संगठन द्वारा सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का संचालन प्रदेश अध्यक्ष मधु जैन व महानगर अध्यक्ष जितेंद्र दंडोना ने किया। इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ठ कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि पद्मश्री डॉ. बी.के.एस. संजय ने अपने विचार रखते हुए कहा कि महिलाओं को भी पुरुषों की तरह समान अवसर प्रदान किए जाने चाहिए। इसके लिए शिक्षा पर गंभीरता से जोर दिया जाना चाहिए। बेहतर भविष्य के लिए हर लड़की और महिला को शिक्षित करना चाहिए। हमें हर स्तर से उन्हें सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रयास कराना चाहिए। एक स्वस्थ और शिक्षित व्यक्ति न केवल अपना काम कर सकता है बल्कि दूसरों के काम भी कर सकता है जैसा हम सभी कर रहे हैं। हमारे देश को केवल दबंग पुरुषों की ही नहीं बल्कि दबंग महिलाओं की भी आवश्यकता है। ऑक्सफोर्ड शब्दकोश के अनुसार, दबंग का अर्थ है जो किसी से न दबे, निडर या प्रभावशाली। मेरे विचार में दबंग का मतलब स्वस्थ और शिक्षित है जो पुरुष या महिला हो सकता है। मेरी राय में हमें न केवल स्वस्थ और शिक्षित पुरुषों की आवश्यकता है, बल्कि हमें राष्ट्र निर्माण के लिए स्वस्थ और शिक्षित महिलाओं की भी आवश्यकता है। शिक्षा हर किसी के जीवन को आकार देने में महत्वपूर्ण है। शिक्षा रोजगार देती है और रोजगार व्यक्ति को सशक्तिकरण देता है।
इस अवसर पर संगठन के चेयरमैन सचिन जैन ने कहा कि हर वर्ष 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है इसका उद्देश्य महिलाओं को समान अधिकार व समाज में बराबरी का हक देना और उन पर हो रहे अत्याचारों एवं अधिकारों के प्रति जागरूकता फैलाना है और इस कार्यक्रम के माध्यम से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना महिलाओं की उपलब्धियों को पहचान करना महिलाओं में समानता के बारे में जागरूक करना महिलाओं की सुरक्षा अब कल्याण के लिए योजना तैयार करना साथ ही यह देश के प्रति प्रगति और विकास में महिलाओं के योगदान को सम्मानित करना है। मानवाधिकार द्वारा 2016 से लगातार यह कार्यक्रम किया जा रहा है और महिलाओं के उत्थान और जागरूकता के लिए लगातार कार्य किया जा रहा है। इस अवसर पर सनराइज एकेडमी की डायरेक्टर पूजा पोखरियाल ने कहा कि हम हमेशा सामाजिक कार्य के लिए अपने अकेडमी देने में तत्पर है। और और हम हमेशा इसके लिए सहयोग करेंगे। इस अवसर पर संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारी अमित अरोड़ा का विशेष रुप से सहयोग मिला संगठन की ओर से उनका बहुत-बहुत धन्यवाद। सभी अतिथियों का जितेंद्र दंडोना ने धन्यवाद एवं आभार प्रकट किया। इस अवसर पर संगठन के विशंभर नाथ बजाज, रेखा निगम, गीता वर्मा, शब्दावली भारद्वाज, हरिओम ओमी आदि लोग मौजूद रहे।