भारतीय किसान यूनियन किसान उत्थान की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में उठे मुद्दे
हरिद्वार। भारतीय किसान यूनियन किसान उत्थान की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शनिवार को ज्वालापुर सराय रोड स्थित होटल आशियाना में आयोजित की गई। केंद्र सरकार के किसानों के साथ किए गए वादे पूरे न करने पर नाराजगी जताई गई। जबकि प्रदेश, जिले स्तर पर संगठन के विस्तार और आगे की रणनीति तय की गई। केंद्र और राज्य सरकारों से किसानों की मांगें जल्द पूरी करने का अनुराध किया। मांगें पूरी न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी।राष्ट्रीय संरक्षक शाह मुस्तफा देहलवी ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय किसान यूनियन किसान उत्थान मजदूर, किसानों की आवाज है। किसानों के बड़े आंदोलन के बाद केंद्र और प्रदेश सरकारों ने जो वादे किए थे उन सरकार खरी नहीं उतर पाई है। किसानों के गन्ने के भुगतान की बात हो या फिर अन्य समस्याएं हों। सभी जस की तस हैं। देश में किसान और मजदूरों का उत्पीड़न किया जा रहा है। जिसको लेकर किसान यूनियन ने एक अहम रणनीति तय की है। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में सभी मुद्दों को लेकर बैठक में विचार-विर्मश किया गया है। जल्द सरकार ने अगर मांगों को पूरी नहीं की तो उग्र आंदोलन शुरू किया जाएगा। संस्थापक एवं राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष मोहम्मद आरिफ राजूपत ने कहा कि तीन काले कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए किसान संगठनों ने सरकार को मजबूर कर दिया था। सरकार ने उस समय किसानों की सभी मांगें को पूरा करने का वादा किया था। लेकिन आज भी किसानों की मांगें अधर में लटकी हुई हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह विर्क ने कहा कि सरकार को जल्द से जल्द किसानों की मांगों को पूरा करना होगा। वरना फिर से किसान उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे। राष्ट्रीय महिला अध्यक्ष अनिता यादव ने कहा कि सरकार किसानों की मांगों को लेकर संवेदनहीन होती जा रही है। अभी तक किसानों को मुआवजा और गन्ना भुगतान की मांग पूरी नहीं हो पाई है। केवल कागजों में ही किसानों को भुगतान या अन्य सुविधा देने की बात से काम नहीं चलेगा। किसान अपनी विपदा किससे कहे। यूनियन किसानों की आवाज को उठाएगी। मांगों को पूरा कराने के लिए संघर्ष किया जाएगा। राष्ट्रीय महासचिव इरशाद अली ने कहा कि किसानों को समय पर गन्ना भुगतान नहीं मिल रहा है। समर्थन मूल्य बेहद कम होने से किसानों के सामने दिक्कतें खड़ी हो रही हैं। कहा कि केंद्र सरकार ने किसानों से जो वादे किए थे उन पर खरी नहीं उतर पाई है। सरकार जल्द एमएसपी गारंटी कानून लागू करें। बैठक में राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बलवीर सिंह चीमा, संस्थापक एवं राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष आरिफ राजपूत, राष्ट्रीय महासचिव इरशाद अली, उपाध्यक्ष अश्वनी पाल, सलाहकार हाजी रईस अहमद व यशपाल चैधरी, राष्ट्रीय युवा सचिव राव इस्लाम, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष राव जाहिद, प्रदेश अध्यक्ष विनोद कश्यप, प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. बिजेंद्र सिंह चैहान, राजेंद्र प्रसाद त्रिपाठी, विनोद कश्यप, मुकेश कुमार सहित बड़ी संख्या में किसान कार्यकर्ता उपस्थित रहे।