PoliticsUttarakhand
जोशीमठ में हुए भू-धसाव को लेकर करन माहरा द्वारा पत्रकार वार्ता का किया गया आयोजन
देहरादून। आज उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में एक पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया। पत्रकार वार्ता को उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष करन माहरा द्वारा सम्बोधित किया गया। जिसमें उन्होंने चमोली जनपद जोशीमठ में हुए भू-धसाव पर भाजपा सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि भाजपा सरकार बिल्कुल गैर जिम्मेदार रुख अख्तियार किए हुए। उन्होंने कहा कि जोशीमठ की इस घटना को लेकर में लगातार पिछली 6 तारीख से मुख्यमंत्री जी से मिलने का समय मांग रहा हूं लेकिन मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा समय नहीं दिया गया 7 तारीख को फिर हमने समय मांगा समय नहीं दिया गया। इससे साबित होता है कि भाजपा सरकार को जोशीमठ की जनता से कोई लेना देना नहीं हैं।
माहरा ने कहा कि प्रदेश भर में लोग मशाल मशाल जुलूस निकाल रहे हैं लेकिन भाजपा सरकार के किसी भी मंत्री द्वारा जोशीमठ का दौरा नहीं किया गया और किया भी तो हेलीकॉप्टर से जा रहे हैं 2 घंटे 6 घंटे पहले और वापस आ जा रहे हैं भाजपा के एक प्रभारी मंत्री जी को वहां कि कितनी चिंता है कि केवल 2 घंटे के लिए वहां थे और उसके बाद वापस आ गए।
माहरा ने कहा कि सरकार द्वारा इस घटना अभी तक भी आपदा घोषित नहीं किया गया जो बहुत ही चिंता का विषय है उन्होने बताया कि जोशीमठ अंदर अंदर खोखला हो रहा है उन्होंने कहा कि यह पूरे हिमालयी क्षेत्र के लिए बहुत ही गंभीर खतरा बनता जा रहा है और भाजपा सरकार की जो नियत है वह ठीक नहीं लगती कि इस आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित किया जाए दूसरा ₹4000 6 महीने के लिए किराया देने के बाद सरकार ने कहा जो अपने आप भी पूरा नहीं है जिनके लाखों रुपए के मकान रोजगार खत्म हो गया उनको ₹5000 की आर्थिक सहायता दी जा रही है जो नाकाफी है।
माहरा ने कहा कि भाजपा सरकार जोशीमठ के भू-धसाव पर कितनी गंभीर है यह साफ-साफ दिखायी दे रहा है सरकार द्वारा अब तक इस विषय में कैबिनेट बैठक हो जानी चाहिए थी, मंत्रियों की ड्यूटी लग जानी चाहिए थी लेकिन ऐसा कुछ देखने को नहीं मिला, माहरा ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार सत्ता के नशे इतनी चूर हो गयी है कि वह अपना काम भूल गयी है, भाजपा सरकार बिल्कुल भी जोशीमठ के लिए गंभीर नहीं दिखाई देती है।
पत्रकार वार्ता में उपाध्यक्ष संगठन मथुरा दत्त जोशी, महामंत्री संगठन विजय सारस्वत, मीडिया प्रभारी पीके अग्रवाल, गरिमा माहरा दसौनी, याकुब सिद्धिकि, अमरजीत सिंह, सुजाता पॉल आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।