मलिन बस्तियों को दिलाएंगे मालिकाना हक, प्रेमनगर में बनाएंगे टाऊनशिप- धस्माना
देहरादून- भाजपा की डबल इंजन सरकार के शासनकाल में राज्य की मलिन बस्तियों को उनका मालिकाना हक नही मिला और न ही देहरादून के प्रेमनगर से उजाड़े गए व्यापारियों को कोई राहत पहुँचाई गई। 2017 के चुनाव के दौरान भाजपा ने जितने भी वादें किये थे सब झूठे निकले, मलिन बस्तियों पर अध्यादेश लाकर भाजपा ने केवल लोगों को सब्जबाग ही दिखाएं। कैंट विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी सूर्यकांत धस्माना ने जनसम्पर्क के दौरान क्षेत्रवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तराखंड राज्य में करीब 123 मलिन बस्तियां है इनमें से अधिकांश देहरादून कैंट विधानसभा के अंतर्गत आती हैं। कैंट विधानसभा पर 33 साल भाजपा ने ही राज किया परन्तु उन्होंने मलिन बस्तियों के लिए कोई मजबूत कदम नहीं उठाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की पूर्व सरकारों ने मलिन बस्तियों के लिए कई कार्य योजना बनाई परंतु भाजपा ने उन्हें अमल में नही आने दिया, जब कांग्रेस ने इसके पक्ष में आवाज़ उठाई तो भाजपा की डबल इंजन सरकार अध्यादेश ही ला पाई परंतु मलिन बस्तियों के लिए कोई पुख्ता कानून नहीं बना पाई। उन्होंने कहा कि यदि इस बार आप कांग्रेस को चुनाव जीताकर सत्ता में लाते हैं तो कांग्रेस सरकार बस्तियों की समस्याओं को प्राथमिकता से हल करेगी। श्री धस्माना ने कहा कि सैकड़ों सालों से प्रेमनगर बाजार में जो व्यापारी काम कर रहे थे उन्हें भाजपा ने सड़क चौड़ीकरण के नाम पर एक ही झटके में बर्बाद कर दिया परंतु उनकी समस्याओं का कोई हल नही निकाला। उन्होंने भाजपा से सवाल किया कि क्या भाजपा की सरकार को उनके रिडेवलपमेंट के प्रयास नहीं करने चाहिए थे। उन्होंने प्रेमनगर के व्यापारियों से वादा किया यदि वह क्षेत्र के विधायक चुने जाते है तो वह व्यापारियों के लिए टाऊनशिप योजना लाएंगे, कैंट क्षेत्र में सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल व डिग्री कॉलेज खुलवाएं जाएंगे साथ ही कैंट की सड़कों का मास्टर प्लान बनवाएंगे। उन्होंने कहा कि कैंट क्षेत्र की जनता बदलाव का मन बना चुकी है तथा कैंट सीट पर परिवार विशेष की संप्रभुता को खत्म करेगी। कांग्रेस प्रत्याशी श्री धस्माना ने आज श्रीदेव सुमन नगर वार्ड के शास्त्री नगर फेज 2 एवं चोरखाला में पदयात्रा की। जनसम्पर्क के दौरान उनके साथ पार्षद सुमित्रा ध्यानी, संग्राम सिंह पुण्डीर, पूर्व पार्षद चरणजीत कौशल, देवेंद्र जोशी, लक्ष्मीचंद वाल्मीकि, शकील अहमद, जितेंद्र चौहान, कृष्णा देवी, सुरेश, डीडी कुण्याल, आलोक घिल्डियाल व दिनेश कौशल मौजूद रहे।