आंदोलनकारी क्षैतिज आरक्षण को लेकर धीरेंद्र प्रताप ने किया सत्याग्रह
देहरादून। उत्तराखंड कांग्रेस के उपाध्यक्ष और चिन्हित राज्य आंदोलनकारी संयुक्त समिति के केंद्रीय मुख्य संरक्षक धीरेंद्र प्रताप आज देहरादून कचहरी स्थित शहीद स्मारक पर गए और 10 फीसदी क्षैतिज आरक्षण को लेकर अनशन कर रहे राज्य आंदोलनकारी क्रांति कुकरेती व अन्य आंदोलनकारियों के पक्ष में 2 घंटे सांकेतिक सत्याग्रह किया।
इस मौके पर उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पर राज्य आंदोलनकारियों के साथ विश्वासघात करने का आरोप लगाया उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने पहले आंदोलनकारियों से मुलाकात में कहा था की 24 दिसंबर की कैबिनेट मीटिंग में वेट 10ः37 आरक्षण को लेकर फैसला लेंगे लेकिन उन्होंने उस दिन 41 विषयों पर फैसला किया परंतु जिन राज्य आंदोलनकारियों की बदौलत वह मुख्यमंत्री हैं उनके बाबत एक भी बात कहना उन्होंने मुनासिब नहीं समझा धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि क्रांति कुकरेती बयान कारी आज जब सत्याग्रह पर बैठे हैं और आमरण अनशन पर है यदि एक का भी स्वास्थ्य बिगड़ा उसकी पूरी जिम्मेदारी मुख्यमंत्री और उनकी निकम्मी सरकार पर होगी।
उन्होंने कहा इसके अलावा क्रांति कुकरेती ने आत्मदाह तक का सरकार को नोटिस दिया हुआ है सरकार को समझना चाहिए कि राज्य के आंदोलनकारी अगर आत्मदाह करेंगे राज्य में क्या भयावह स्थिति होगी उन्होंने क्रांति कुकरेती की चेतावनी को गंभीरता से लेने को कहा और अगले 72 घंटों में संबंध में उचित फैसला लेने की चेतावनी दी उन्होंने चिन्हिकरण के मामले में भी जिलाधिकारियों और उनके अधिकारियों द्वारा की जा रही है हीलाहवाली को जनविरोधी बताया और कहा कि जो बाकी बचे तीन-चार दिन है तमाम जिलों में जिला अधिकारियों को राज्य आंदोलनकारियों के चिन्हिकरण को लेकर आपातकालीन बैठक बुलानी चाहिए और जल्द इस बाबत फैसला करना चाहिए। इस मौके पर क्रांति कुकरेती के अलावा पूर्व राज्य मंत्री मनीष नागपाल सुनील कोठारी सतीश सेमवाल,मनोज कुमार गणेश शाह सुरेंद्र रावत सूर्यकांत बमरारा सूर्यकांत रावत वीरेंद्र रावत विकास रावत रामकिशन नरेंद्र सौठियाल, अंबुज शर्मा वीरेंद्र पोखरियाल लक्की विकास शर्मा महिपाल सा भी मौजूद थे।