दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान की वर्चुअल श्रीराम कथा का हुआ भव्य शुभारम्भ
देहरादून। विश्वभर से असंख्य लोगों की आध्यात्मिक जिज्ञासा को शांत करने के लिए दिव्य गुरु श्री आशुतोष महाराज की ओर से संस्थापित एवं संचालित ‘दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान’ के तत्त्वाधान में 09 अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक श्री राम कथा का भव्य आयोजन किया जा रहा है। इस दिव्य कथा का आप अपने घर बैठे ही सुविधाजनक रूप से रसपान कर सकते हैं। यह पावन कथा संस्थान के यूट्यूब चौनल पर (भारतीय समय) प्रातः 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक और सायं 7 बजे से रात्रि 10 बजे तक प्रसारित की जा रही है। इतना ही नहीं, इस पावन कथा का लाभ सिर्फ भारतीय ही नहीं अपितु अन्य देशों के जिज्ञासु भी उठा रहे हैं, क्योंकि इस कथा का प्रसारण अंग्रेजी उपशीर्षक के साथ किया जा रहा है।
इस आयोजन में बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक, हर आयु वर्ग के लोग सक्रिय रूप से सम्मिलित हो रहे हैं, क्योंकि यह कथा मात्र श्रीराम की कहानियों तक ही सीमित नहीं है बल्कि श्री राम के प्रत्यक्ष दर्शन की शाश्वत् विधि का मार्ग भी उजागर कर रही है। श्री राम की लीलाओं में छिपे गूढ़-रहस्यों द्वारा कैसे मनुष्य वर्तमान समय की समस्त समस्याओं जैसे तनाव, आर्थिक तंगी, मानसिक रोग या शारीरिक पीड़ा से मुक्ति पा सकता है, इसके सूत्र भली-भाँति बताये जा रहे हैं।
दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान, विश्व में शांति एवं बंधुत्व की स्थापना के लिए कार्यरत एक सामाजिक व आध्यात्मिक संस्थान है, जो अपने नौ मुख्यतः सामाजिक प्रकल्पों (महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम, साक्षरता अभियान, सम्पूर्ण स्वास्थ्य कार्यक्रम, नशा उन्मूलन कार्यक्रम, पर्यावरण संरक्षण कार्यक्रम, भारतीय देसी गौ संवर्धन एवं नस्ल सुधार कार्यक्रम, आपदा प्रबंधन कार्यक्रम, बंदी सुधार कार्यक्रम और नेत्रहीन एवं दिव्यांगों का सशक्तिकरण कार्यक्रम, द्वारा वैश्विक समाज में व्यापक परिवर्तन ला रहा है। कोविड महामारी के चलते फैले तनाव और नकारात्मकता के बीच यह कथा जन मानस में दिव्यता का संचार करने हेतु, संस्थान द्वारा आयोजित विलक्षण डिजिटल कथा महोत्सव- ब्रह्म एव शान्तिः ब्रह्म एव आनन्दः के अंतर्गत हो रही है, जिसका वाचन दिव्य गुरु आशुतोष महाराज जी की शिष्या, विश्वविख्यात श्रीराम कथाव्यास साध्वी श्रेया भारती द्वारा किया जा रहा है। इस विलक्षण डिजिटल कथा महोत्सव के बारे में अधिक जानकारी हेतु अवश्य विजिट करें। नवरात्रि के पावन अवसर पर आयोजित इस कथा के प्रथम दिवस पर राम कथा की महिमा का ऊंदा प्रस्तुतीकरण किया गया। श्री राम की कथा, वक्ता और श्रोता दोनों का उद्धार करती है। जब प्रभु कृपा से जीव में पुण्य पुंज एकत्रित होते हैं तब ही उसे श्री राम कथा सुनने का परम सौभाग्य प्राप्त होता है। यह भी सर्वमान्य है, जब मनुष्य श्री राम की कथा का रसपान करता है, तो उसकी हर व्यथा स्वतः ही खत्म हो जाती है।