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मकानों के ध्वस्तीकरण के विरोध में ग्रामीणों ने डीजल छिड़क की आत्मदाह की कोशिश
गोपेश्वर। चमोली जिले में टीएचडीसी की विष्णुगाड़-पीपलकोटी जल विद्युत परियोजना के पावर हाउस साइट पर परियोजना प्रभावित हाट गांव में आवासीय मकानों को ध्वस्त करने पहुंची प्रशासन की टीम ने ग्रामीणों का आक्रोश झेला। विरोध में पांच ग्रामीणों ने आत्मदाह का प्रयास किया। इसे देखते हुए टीम वापस लौट गई।
बताया जा रहा है कि जब टीम ने ग्रामीणों को जमीन से हटाने की कोशिश की तो परियोजना प्रभावितों ने इसका विरोध किया। हाट गांव के ग्रामीणों को परियोजना कंपनी ने हाट गांव के पास ही विस्थापित किया है। आरोप है कि विस्थापन स्थल पर पानी, रास्ते सहित अन्य मूलभूत सुविधाओं का आभाव है। ऐसे में बिना सुविधा के ग्रामीण वहां नहीं जाना चाहते।
शुक्रवार को जल विद्युत परियोजना के पावर हाउस साइट पर परियोजना प्रभावित हाट गांव में आवासीय मकानों को ध्वस्त करने पहुंची प्रशासन की टीम ने ग्रामीणों का आक्रोश झेला। अधिकारियों के सामने ही युवक मंगल दल के अध्यक्ष अमित गैरोला, ज्येष्ठ प्रमुख पंकज हटवाल, सागर, भावना देवी और प्रभा देवी ने अपने ऊपर डीजल छिड़ककर आग लगाने की कोशिश की। पुलिस की टीम और ग्रामीणों ने उनके हाथों से तेल छीन लिया और उन्हें मौके से हटा दिया गया।इससे बड़ा हादसा होने से टल गया। हाट गांव के ग्रामीणों ने विस्थापित क्षेत्र में सड़क और पानी की सुविधा देने, पैदल रास्ता निर्माण और अन्य मांगें उठाई हैं। ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए राजस्व और पुलिस टीम मौके पर से बैरंग लौट गई है। इस मौके पर ग्राम प्रधान राजेंद्र हटवाल, वन सरपंच सोहन कुमार, मयंक, राजेंद्र प्रसाद, नर्वदा देवी, सुमन कुमार, भावना देवी, सुंदरा देवी आदि मौजूद थे।