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पर्यटन सचिव ने नए पर्यटन स्थलों को विकसित करने के दिए निर्देश
देहरादून। उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद कार्यालय गढ़ीकैंट देहरादून में पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने शुक्रवार को अधिकारियों व सभी जिला पर्यटन अधिकारियों के साथ पर्यटन विभाग के कार्यों की समीक्षा बैठक की। बैठक में मुख्यमंत्री जी की घोषणाओं, 13 डिस्ट्रक्ट 13 डेस्टिनेशन से संबंधित नयी तथा चालू योजनाओं, वीरचन्द्र सिंह गढ़वाली स्वरोजगार योजना, दीन दयाल उपाध्याय होमस्टे योजना व ट्रैकिंग टैªक्शन योजना सहित अन्य मुख्य बिन्दुओं पर चर्चा की।
शुक्रवार को पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने विभागिय अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक कर पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों को सरकारी योजनाओं के प्रति जागरूक करने और नए पर्यटन स्थल विकसित करने के निर्देश दिए। पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने कहा कि 13 डिस्ट्रिक्ट-13 टूरिज्म डेस्टिनेशन योजना के तहत प्रदेश में साहसिक खेलों को बढ़ावा देने और नए पर्यटन स्थलों को विकसित करने के लिए विभाग प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि एक हसीन वादी अपने आस-पास फैली खूबसूरती से पर्यटकों को आकर्षित करती है। ऐसे में देश-दुनिया से उत्तराखंड आने वाले पर्यटक अब देशभूमि की धरती से ग्रह और आकाशगंगा के अद्भुत नजारे भी देख सकेंगे। इसके लिए पर्यटन विभाग की ओर से बेनीताल तहसील कर्णप्रयाग के गांव को एस्ट्रो विलेज के रूप में विकसित किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को हर जिले में नए पर्यटक स्थल विकसित करने के निर्देश भी दिए। माननीय मुख्यमंत्री की घोषणाओं पर भी व्यापक विचार-विमर्श के उपरान्त समयबद्ध रूप से घोषणाओं को पूर्ण किये जाने के निर्देश दिये गये।
वर्चुअल बैठक में पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि दीन दयाल उपाध्याय होमस्टे योजना के प्रति स्थानीय लोगों के साथ पर्यटकों को भी जागरूक किया जाए। जिससे स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर सृजित करने के साथ उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों को होमस्टे की सुविधा का लाभ मिल सके। उन्होंने जिला पर्यटन अधिकारियों को निर्देश दिये की वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली योजना व दीनदयाल उपाध्याय योजना के लिए केवल आॅनलाईन आवेदन प्राप्त करें।
अपर सचिव पर्यटन युगल किशोर पंत ने जिला पर्यटन अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जिले में नए पर्यटन स्थल तलाशने के साथ उनके डीपीआर तैयार की जाए। ताकि उन्हें जल्द से जल्द पर्यटकों के लिए विकसित किया जा सके। उन्होंने कहा कि स्थानीय साधनों जैसे पत्थर पठाल का इस्तेमाल करते हुए कोई भी आधारिक संरचना का निर्माण करवायें ताकि स्थानीय लोगों को रोजगार मिल सके। जिससे बाहर से आने वाले पर्यटक राज्य की संस्कृति से रूबरू हो सके। अपर सचिव पर्यटन ने निर्देशित करते हुए जिला पर्यटन अधिकारियों को कहा कि वे जिला प्रशासन के सहयोग से आने वाले पयर्टकों को कोविड उचित व्यवहार का पालन करने के लिए जागरूक करें। समीक्षा बैठक में अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी कर्नल अश्विन पुंडीर साहसिक पर्यटन, अपर निदेशक विवेक चैहान, अपर निदेशक अवस्थापना ले.क. दीपक खण्डूड़ी, अपर निदेशक पूनम चंद, उपनिदेशक योगेन्द्र कुमार गंगवार, एस.एस. सामंत रिसर्च आॅफिसर, रणवीर सिंह नेगी थल क्रीड़ा स्पोटर्स विशेषज्ञ, अतुल भंडारी जिला पर्यटन अधिकारी, रमेश प्रसाद सेमवाल योजना विभाग सहित समस्त जनपदों के जिला पर्यटन अधिकारी वर्चुअल माध्यम से जुड़े।