बाबा रामदेव भ्रामकता फैलाने में माहिरः-मनीष नागपाल
देहरादून। पूर्व राज्य मंत्री व चिन्हित राज्य आंदोलनकारी संयुक्त समिति उत्तराखंड के केंद्रीय संयोजक मनीष कुमार ने प्रेस को जारी एक बयान में कहा कि बाबा रामदेव के अंदर घमंड घर कर गया है ,इसी कारण उन्हें कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा ,जबकि इस कोरोना महामारी में देश भर में लगभग 12 सौ से 1500 तक डॉक्टरों ने लोगों का इलाज करते हुए अपने प्राण गवा दिए ,दिन रात एक कर के इन्होंने अपनी जान की परवाह ना करते हुए लाखों लोगों की जानें बचाई हैं और लोगों की रक्षा करने में अपने प्राणों की आहुति दी है ।ऐसे में बाबा रामदेव द्वारा एलोपैथी चिकित्स का विरोध एकदम बेमानी है आयुर्वेद अपनी जगह पर है परंतु इस महामारी में एलोपैथी चिकित्सा ही जान बचा रही है जो भी जाने अब तक बची हैं वह सिर्फ एलोपैथी चिकित्सा के कारण ही हैं जबकि आयुर्वेद, यूनानी और होम्योपैथी, चिकित्सा में भी इम्यूनिटी आदि बढ़ाने की औषधि व रस आदि देकर मानव की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाया गया है परंतु बाबा रामदेव के द्वारा जो भी टिप्पणियां की जा रही है उसकी जितनी भी निंदा की जाए कम है । दूसरा बाबा के सहयोगी बालकृष्ण ने धर्म विशेष के ऊपर जो टिप्पणी की है उसकी हम कड़े शब्दों में निंदा करते हैं अपने दिमागी संतुलन को ठीक करने के बजाए इस मामले को सांप्रदायिक रंग दिया जा रहा है बाबा रामदेव की असलियत सारी जनता के सामने है कि किस प्रकार से पेट्रोल के मुद्दे पर देश की जनता को गुमराह किया गया है ,यह वही बाबा रामदेव है जिसने कहा था ₹35 प्रति लीटर पेट्रोल बिकेगा ,विदेशों से काला धन आएगा, जनता को काले धन में से हिस्सा मिलेगा, और सब के खातों में काला धन बांटा जाएगा और भी कई प्रकार के भ्रामक बयानबाजी बाबा रामदेव ने की थी ,जिससे देश की जनता गुमराह हुई और आज देश की जनता को उसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है बाबा रामदेव को देश की जनता से सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए कि उन्होंने देश की जनता को गुमराह किया, यह बाबा ना होकर एक व्यापारी हैं इसलिए इतना विचलित हो गए हैं । हम देश में बाबा रामदेव और बालकृष्ण द्वारा झूठी व भ्रामक ता पूर्ण बातें फैलाने के लिए इनकी कड़े शब्दों में निंदा करते हैं । व देश भर के उन डाक्टरों को सलाम करते हैं जिन्होंने कोरोना महामारी में अपने प्राणों की आहुति दी व सच्चे और इमानदारी के भाव से आज भी लाखों लोगों की सेवा कर रहे हैं ।