उन बच्चों को चिन्हित करें जिन्हें बाल श्रम में लगाया गयाः एडीएम
रूद्रपुर। राष्ट्रीय बाल श्रम परियोजना (एनसीएलपी) बाल एवं किशोर श्रम उन्मूलन हेतु गठित जनपद कार्य बल (जिला टास्क फोर्स) की बैठक कलक्टेªट सभागार में अपर जिलाधिकारी उत्तम सिंह चैहान की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक में चिन्हित बाल एवं किशोर श्रमिकों के उन्मूलन एवं उत्थान के सम्बन्ध में विस्तृत रूप से समीक्षा की गयी। उन्हांेने सम्बन्धित अधिकारियों व एनजीओ को निर्देश दिये कि उन बच्चों को चिन्हित करे जिन बच्चांे को बाल श्रम में लगाया गया है।
उन्होंने कहा कि होटल, ढाबे, रेलवे स्टेशन, बस स्टेण्ड आदि जगहो पर यदि 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों पर विशेष ध्यान दिया जाये। उन्होने सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिये है कि प्लान के तहत विभाग व सम्बन्धित एनजीओ के साथ आपस में समन्वय स्थापित करते हुये बाल श्रम को रोकना सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि बाल श्रम कराना एक दण्डनीय अपराध है इसे हम सबको मिल कर रोकना होगा। उन्होंने जिला समाज कल्याण अधिकारी को निर्देश दिये कि विभागीय योजनाओं की मुख्यधरा से बाल श्रमिकों को जोडा जाय।
परर्वतन अधिकारी अनिल पुरोहित ने बताया कि वर्ष 2019-20 में 27 बाल श्रमिको को चिन्हित किया गया व 24 के खिलफ एफआईआर कराया गया तथा वर्ष 2020-21 में 03 बाल श्रमिकों को चिन्हित किया गया व 03 के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी गयी। उन्होने कहा कि बाल एवं श्रम किशोर की रोक-थाम के लिये समय-समय पर गैर सरकारी संगठनो, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा औद्योगिक प्रतिष्ठानों तथा दुकानों वाणिज्यिक अधीस्ठानो में जन जागरूकता कार्यक्रम भी संचालित किये जाते है तथा निरीक्षण के दौरान चिन्हित बाल श्रमिक के सम्बन्ध में स्थानीय समाचार पत्रों में भी सूचना प्रदर्शित की जाती है। उन्होने बताया कि निरीक्षण के दौरान चिन्हित बाल श्रमिको के शैक्षिक पुनर्वासन हेतु शिक्षा विभाग से समन्वय स्थापित करते हुये पत्र पे्रषित किये जाते है। इस अवसर पर उप श्रम आयुक्त विपिन कुमार, सीएमओ डा0 डीएस पंचपाल, जिला पंचायतराज अधिकारी विद्या सिंह सोमनाल, सीओ अमित कुमार, चाइल्ड लाइन केन्द्र समन्वयक शायरा वानो, प्रबन्धक कुमांऊ सेवा समिति पुष्पा काण्डपाल, श्रमएचआर आर्य सहायक समाज कल्याण अधिकारी मधुसूदन उपस्थित थे।