खालिस्तान पर अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार के बयान से बवाल
अमृतसर। गुरुनगरी में श्री हरमंदिर साहिब में ऑपरेशन ब्लू स्टार की बरसी के मौके पर श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने खालिस्तान की मांग को जायज करार दिया। उन्होंने कहा कि सिख खालिस्तान की मांग करते हैं तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है। अगर केंद्र सरकार सिखों को खालिस्तान देती है तो सिख इन्कार नहीं करेंगे। इस पर पंजाब में सियासी हंगामा मच गया है।
कहा- सिख अगर खालिस्तान मांग रहे हैं तो इसमें कुछ भी गलत नहीं जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह श्री अकाल तख्त साहिब से कौम के नाम संदेश जारी करने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। इससे पूर्व उन्होंने ऑपरेशन ब्लू स्टार में मारे गए लोगों के परिवार के सदस्यों को सम्मानित किया। जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि 6 जून 1984 का दिन सिखों के इतिहास में काले दिन के रूप में याद किया जाता रहेगा। इस दिन श्री हरिमंदिर साहिब, श्री अकाल तख्त साहिब ही नहीं बल्कि सिखों के अलग अलग जगहों पर स्थित 37 धार्मिक स्थानों पर हमले किए गए थे। यह उस समय की सरकार की सिख विरोधी सोच को प्रगट करती थी। आज सिखों की मुश्किलों को हल करने के लिए राजनीतिक व धार्मिक एकता की जरूरत है।
जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि सिख अगर खालिस्तान की मांग करते हैं तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है। खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने सिख युवाओं के जोश का प्रतीक है। अगर केंद्र सरकार खालिस्तान देता है तो कोई भी सिख इस से इन्कार नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन ब्लूस्टार के दौरान हुई सारी घटनाओं का एक विस्तृत इतिहास पुस्तक के रूप में तैयार करना चाहिए। इस की जिम्मेवारी एसजीपीसी को निभानी चाहिए, ताकि सिखों की आने वाली पीढियों को इस घटना की सचाई का पता चल सके। इससे पहले श्री अकाल तख्त साहिब से कौम के नाम संदेश जारी करते हुए जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि वर्ष 1984 में श्री अकाल तखत साहिब और श्री हरिमंदिर साहिब पर किया गया हमला सिख मानसिकता पर किया गया न सहन किया जाने वाला हमला था। इसका दर्द रहती दुनिया तक सिखों के मन में बना रहेगा। उन्होंने कहा कि कौम के लक्ष्यों की प्रप्ति के लिए नीयत नेक की जरूरत है। सभी सिख होने पर राजनीतिक व संगठनात्मक ग्रुपबाजी से उपर उठ कर आपसी सांझ व एकता को मजबूत करना चाहिए। सिख कौम की सभी मुश्किलों का हल सिर्फ अपनी एकता से ही संभव है। वहीं, एसजीपीसी के अध्यक्ष गोबिंद सिंह लोंगवाल ने कहा कि सिख आज भी देश में बेगानगी का एहसास कर रहे है। सिखों का भारत के प्रति भरोसा प्रभावित हुआ है। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन ब्लूस्टार में हुई हानि को लेकर एसजीपीसी द्वारा दायर मुआवजे के केस पर कानूनी विशेषज्ञों की राय लेकर ही केंद्र सरकार से बातचीत हो सकती है। इसी दौरान श्री हरिमंदिर साहिब के मुख्यग्रंथी ज्ञानी जगतार सिंह ने हुक्मनामा लेने के बाद कहा कि इस काले दिन को सिख हमेशा याद रखेंगे और अपने भविष्य की रणनीति तय करते रहेंगे। कार्यक्रम के दौरान तख्त केसगढ़ साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघुबीर सिंह, ज्ञानी गुरमिंदर सिंह आदि भी मौजूद रहे।
हरिमंदिर साहिब में लगे खालिस्तान समर्थक नारे लगाए, पुलिस से हाथापाई भी हुई ऑपरेशन ब्लू स्टार (घल्लूघारा दिवस) की बरसी पर गर्मख्याली सिख संगठनों के कार्यकर्ताओं ने खालिस्तान के समर्थन के नारे लगाए। सुबह करीब छह बजे अकाली दल अमृतसर के अध्यक्ष सिमरनजीत सिंह मान के बेटे ईमान सिंह मान के नेतृत्व में पहुंचे पार्टी कार्यकर्ताओं और सिख यूथ फेडरेशन भिंडरांवाला के नेता बलवंत सिंह गोपाला के नेतृत्व में आए कार्यकर्ताओं को पुलिस ने श्री हरिमंदिर साहिब के अंदर जाने रोका। इसके बाद उनकी पुलिस कर्मियों के साथ हाथापाई भी हुई। करीब एक घंटे बाद उन्हें अंदर जाने दिया गया।
दुर्भाग्यपूर्ण है श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार का बयान : अश्वनी शर्मा पंजाब भाजपा के अध्यक्ष अश्वनी शर्मा ने जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह के खालिस्तान के बारे में दिए गए बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। शर्मा ने कहा कि ऐसे महान तख्त के जत्थेदार होने के नाते उन्हें ऐसा बयान नहीं देना चाहिए जो देश की एकता, अखंडता और पंजाब के समाजिक सद्भाव को चोट पहुंचाने वाला हो। उन्होंने कहा कि पंजाबी ही नहीं बल्कि करोड़ों भारतीयों की आस्था श्री अकाल तख्त साहिब में है और इस बयान से करोड़ों लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं। पंजाब ने पहले ही बहुत संताप झेला है, हजारों निर्दोष पंजाबियों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। पंजाबियों ने खालिस्तान के विचार को हमेशा नाकारा है और अनगिनत बलिदान देकर पंजाब में शांति व भाईचारा स्थापित किया है। सामाजिक सद्भाव बना रहे इसके लिए भाजपा हमेशा प्रतिबद्ध रही है और रहेगी।