सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभी श्रमिक-कामगारों के राशन कार्ड बनाने और राशन मुहैया कराने के दिए निर्देश
लखनऊ । कोरोना संक्रमण का प्रसार रोकने के साथ ही सरकार के सामने लॉकडाउन के बीच जनता को मुसीबतों से राहत देने की भी चुनौती है। सभी श्रमिक-कामगारों के राशन कार्ड बनाने और राशन मुहैया कराने के निर्देश दे चुके मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अब कहा है कि प्रदेश में कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं रहना चाहिए। अधिकारी व्यवस्था बनाएं कि प्रदेश के हर परिवार को जरूरत के अनुसार खाद्यान्न जरूर मिले। साथ ही संक्रमण से बचाव व जांच के प्रबंध भी और मजबूत करने के लिए कहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को अपने सरकारी आवास पर लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण की स्थिति की समीक्षा टीम-11 के अधिकारियों के साथ की। सीएम योगी ने खाद्यान्न की व्यवस्था के साथ ही कहा कि कोरोना की दृष्टि से संदिग्ध प्रवासी कामगार व श्रमिकों की पूल टेस्टिंग कराई जाए। सभी जिलों में पर्याप्त संख्या में थर्मल स्कैनर व अल्ट्रारेड थर्मामीटर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि टेस्टिंग क्षमता में वृद्धि करते हुए इसे इस सप्ताह के अंत तक 10,000 टेस्ट प्रतिदिन किए जाएं। सभी वेंटिलेटरों को चालू स्थिति में रखें और अधिक से अधिक चिकित्सा कर्मियों को वेंटिलेटर संचालन का प्रशिक्षण दें। इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी
विकसित करनी होगी रोग प्रतिरोधक क्षमता मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को विकसित कर कोविड-19 से बचा जा सकता है। इसी उद्देश्य से भारत सरकार ने आरोग्य सेतु एप और प्रदेश सरकार ने आयुष कवच-कोविड एप लॉन्च किया है। इसका व्यापक प्रचार प्रसार करते हुए अधिक से अधिक लोगों को दोनों एप डाउनलोड करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
क्वारंटाइन सेंटरो की निगरानी करें अफसर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सभी 75 जिलों में जिलाधिकारियों के सहयोग के लिए नामित किए गए अधिकारी क्वारंटाइन सेंटर, शेल्टर होम और कम्युनिटी किचन की साफ-सफाई, सुरक्षा प्रबंध आदि की निगरानी करें। बैठक में बताया गया कि सर्विलांस टीम द्वारा अब तक तीन करोड़ से अधिक लोगों का सर्वेक्षण किया जा चुका है। योगी ने महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार किए गए अचार, पापड़ आदि की कम्युनिटी किचन में आपूर्ति करने के भी निर्देश दिए हैं। आदित्यनाथ ने कहा कि प्रवासी कामगार-श्रमिकों की सुरक्षित और सम्मानजनक ढंग से वापसी कराई जाए। कोई भी पैदल, दोपहिया वाहन या किसी भी असुरक्षित साधन से यात्रा न करे। इन्हें बस, ट्रेन जैसे सुरक्षित साधनों से पहुंचाने की व्यवस्था करें। इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, स्वास्थ्य राज्यमंत्री अतुल गर्ग और मुख्य सचिव आरके तिवारी भी उपस्थित थे।