रोजवैली चिटफंड घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शाह रुख खान की कंपनी कोलकाता नाइट राइडर्स स्पोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड (केआरएसपीएल) के बैंक खाते सीज किये
कोलकाता। बहुचर्चित रोजवैली चिटफंड घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बॉलीवुड अभिनेता शाह रुख खान की कंपनी कोलकाता नाइट राइडर्स स्पोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड (केआरएसपीएल) के बैंक खाते सीज कर दिए हैं। केआरएसपीएल आइपीएल की फ्रेंचाइजी टीम कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के मालिकाना हक वाली रेड चिलीज एंटरटेनमेंट से संबद्ध है, जिसके शाह रुख खान संवर्द्धक हैं। केआरएसपीएल के निदेशकों में उनकी पत्नी गौरी खान, बॉलीवुड अभिनेत्री जूही चावला, उनके पति जय मेहता और केकेआर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी वेंकी मैसूर शामिल हैं।
पिछले साल अक्टूबर माह में ईडी ने रोजवैली घोटाले में वेंकी मैसूर से पूछताछ भी की थी। ईडी सूत्रों के मुताबिक रोजवैली ग्रुप के बैंक खातों से केआरएसपीएल को भुगतान किया गया था। दूसरी तरफ केकेआर से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि इसका शाह रुख और उनकी पत्नी गौरी से कोई लेना-देना नहीं है। ईडी ने कार्रवाई कर कुल 70 करोड़ की संपत्ति और जब्त की है। केआरएसपीएल के अलावा कोलकाता स्थित सेंट जेवियर्स कॉलेज और मल्टीपल रिजार्ट्स के भी बैंक खाते सीज किए गए हैं, जिनमें कुल जमाराशि 16.2 करोड़ रुपये बताई गई है। इसके साथ ही ईडी ने कुल 70 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्ति जब्त की है। इनमें ऐसी कई अन्य कंपनियां व व्यक्ति शामिल हैं, जिन्होंने कथित तौर पर रोजवैली से रुपये लिए थे। ईडी ने धन शोधक निरोधक अधिनियम (पीएमएलए) के तहत कार्रवाई की है। इन पर भी कसा है शिकंजा गौरतलब है कि रोजवैली कांड में बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के कई नेताओं से पूछताछ हो चुकी है। उनमें से सुदीप बंद्योपाध्याय व तापस पाल को गिरफ्तार भी किया गया था। ईडी ने बांग्ला फिल्मों के अभिनेता प्रसेनजीत चटर्जी और अभिनेत्री ऋतुपर्णा सेनगुप्ता से भी पूछताछ की थी, जिनकी फिल्मों की रोजवैली ग्रुप से फंडिंग की गई थी। ईडी इस मामले में पूर्व मेदिनीपुर जिले के रामनगर और महिषादल में 24 एकड़ भूमि जब्त कर चुका है। मुंबई में भी एक फ्लैट को जब्त किया गया है। इसके अलावा कोलकाता के ज्योति बसु नगर में एक एकड़ भूमि और रोजवैली ग्रुप के एक होटल को भी जब्त किया गया है। 17,520 करोड़ रुपये की उगाही की थी रोजवैली चिटफंड घोटाले का 2013 में राजफाश हुआ था। रोजवैली ग्रुप ने 27 कंपनियां खोलकर बंगाल, असम और बिहार के लोगों से 17,520 करोड़ रुपये की उगाही की थी। इनमें से 10,850 करोड़ रुपये की रिफंडिंग की गई थी, जबकि 6,670 करोड़ रुपये का निवेशकों को भुगतान नहीं किया गया। इससे पहले ईडी 4,680 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर चुका है। मौजूदा जब्ती के साथ यह बढ़कर 4,750 करोड़ रुपये हो चुकी है।
केकेआर ने बताया सामान्य प्रायोजन
दूसरी तरफ, केकेआर की ओर से कहा गया है कि रोजवैली के साथ सामान्य प्रायोजन करार हुआ था और इससे ज्यादा कोई बात नहीं है। शाह रुख और गौरी का इससे कोई लेना-देना नहीं है। गौरतलब है कि रोजवैली ग्रुप ने केकेआर को दो साल के लिए प्रायोजित किया था। ईडी ने इस बाबत वेंकी मैसूर से पूछताछ की थी। केआरएसपीएल के 50 लाख शेयरों को कम दर पर मेहता को बेचने को लेकर विदेशी विनिमय प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के उल्लंघन के मामले में 2015 में शाह रुख से भी पूछताछ हो चुकी है।