दूध कारोबारी को लूट करने के इरादे से जख्मी करने वाले बदमाशों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
देहरादून। दिनाँक 29-10-2019 को थाना प्रेमनगर को सूचना प्राप्त हुई कि धूल कोट में जंगल के पास दूध का कारोबार करने वाले युवक पर लूट के इरादे से 02 मोटर साइकिल सवार युवकों द्वारा फायर किया गया है, जिसमें दुग्ध कारोबारी गम्भीर रूप से जख्मी हो गया है। उक्त सूचना पर थाना प्रेमनगर पुलिस द्वारा तत्काल मौके पर पहुंचकर मौका मुआयना किया गया तथा घायल अंकित को उपचार हेतु अस्पताल भेजा गया। घटना के सम्बन्ध में पीडित के चाचा देवेन्द्र रावत की ओर से दी गयी तहरीर के आधार पर सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया गया। मौके पर घटनास्थल से पुलिस द्वारा 02 खोखा राउण्ड बरामद किये गये। प्रेमनगर क्षेत्रान्तर्गत दिन दहाडे हुई उक्त घटना की संवेदनशीलता के दृष्टिगत पुलिस द्वारा तत्काल् 08 अलग-अलग टीमों का गठन कर प्रत्येक टीम को अलग-अलग टास्क देकर रवाना किया गया। गठित टीमों द्वारा पूर्व में लूट व डकैती के कृत्यों में संलिप्त अभियुक्तों के सम्बन्ध में जानकारी व अन्य टीमों द्वारा आस-पास के संदिग्ध व्यक्त्यिों के सत्यापन व सदिंग्ध वाहनों की चैकिंग प्रारम्भ की गयी। उक्त सभी टीमों द्वारा घटना के अनावरण हेतु किये जा रहे प्रयासों का वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा स्वयं पर्यवेक्षण करते हुए उन्हें समय-समय पर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये जा रहे थे। घटना के अनावरण हेतु पुलिस टीम द्वारा सेलाकुई, सहसपुर व विकासनगर क्षेत्र के सभी दुग्ध कारोबारियों की सूची तैयार की गयी तथा ऐसे दुग्ध व्यापारियों को चिन्हित करने का प्रयास किया गया जो इस प्रकार की घटना को अंजाम दे सकते हैं। इसी क्रम में थाना प्रेमनगर पुलिस को जरिये मुखबिर सूचना मिली कि देवदत्त नाम के दुग्ध व्यापारी से जुडे दो व्यक्तियों मंजीत एवं रोहित द्वारा उक्त घटना को अंजाम दिया गया है। जिस पर उक्त व्यक्तियों की तलाश हेतु पुलिस टीम को सभी संदिग्ध स्थानों पर रवाना किया गया। आज दिनाँक: 30-10-2019 को जरिये मुखबिर पुलिस टीम को सूचना मिली कि दिनाँक: 29-10-2019 को प्रेमनगर में हुई घटना को अंजाम देने वाले दोनो व्यक्ति, अपने एक अन्य साथी मोहित के प्रेमनगर क्षेत्रान्तर्गत विंग नं0 – 07 में स्थित घर पर रूके हैं तथा किसी अन्य घटना को अंजाम देने की फिराक में हैं। जिस पर पुलिस टीम द्वारा उक्त स्थान पर दबिश देकर मौके से 03 व्यक्तियों रोहित, मंजीत जाट व मोहित को हिरासत में लिया गया, जिनके कब्जे से घटना में प्रयुक्त पिस्टल मय कारतूस, मोटर साइकिल व 01 डटसन कार बरामद हुई । पूछताछ में अभियुक्त मंजीत, जो उक्त गिरोह का सरगना है, के द्वारा बताया गया कि मैं और रोहित पूर्व में कई मुकदमों में जेल जा चुके हैं। जेल से छूटने के बाद मैं और रोहित विकासनगर में आकर रहने लगे। मैं काफी समय से यहाँ रह रहा हूँ तथा विकासनगर, सहसपुर, सेलाकुई आदि क्षेत्रों के सभी दूध कारोबारियो को जानता हूँ। इसी बीच मेरी पहचान देवदत्त नाम के व्यक्ति से हो गयी, जिसकी विकासनगर में अपनी डेयरी है। मेरे द्वारा प्रेमनगर क्षेत्र में पुराने पोस्ट आफिस के पास कुछ समय के लिये एक होटल खोला गया था, जिसमें मोहित व देवदत्त का आना-जाना था, जिससे वो मेरे अच्छे मित्र हो गये थे। होटल के कारोबार में नुकसान होने पर मेरे द्वारा होटल का कारोबार छोड दिया गया, उसके पश्चात मैने रोहित, देवदत्त व मोहित के साथ मिलकर दूध कारोबारियों को लूटने का प्लान बनाया क्योकि देहरादून में दूध सप्लाई की गाडियां सेलाकुई, सहसपुर तथा विकासनगर क्षेत्र से आती थी तथा वापसी में अच्छा पैसा कलेक्शन कर लाती थी, जिसमें केवल वाहन चालक ही रहता था। दीपावली के समय दूध की मांग अधिक होने से दुग्ध विक्रेता दूध की सप्लाई अधिक मात्रा में करते हैं तथा कलेक्शन का सारा पैसा दीपावली के बाद ले जाते हैं। प्लान के अनुसार हमने रैकी कर परम डेयरी के चालक अंकित को चिन्हित कर उसे लूटने की योजना बनाई तथा देवदत्त ने अपनी डेयरी से परम दूध की एक खाली कैरेट मुझे व रोहित को दे दी, जिसे लेकर हम दिनाँक: 29-10-2019 को राजावाला तिराहे के पास उक्त व्यक्ति के वाहन से आने का इंतेजार करने लगे। जब वह वाहन राजवाला तिराहे से पास हुआ तो हम अपनी मोटर साइकिल से उसके पीछे-पीछे चलने लगे। दूध की खाली कैरेट को हमने सफेद कट्टे के अन्दर रखा था। जब धूलकोट का जंगल शुरू हुआ तो हमने कट्टे से खाली कैरेट बाहर निकालकर सडक पर गिरा दी तथा गाडी से खाली कैरेट गिरने की बात कहकर उक्त गाडी को रूकवा दिया। उसके बाद हमारे द्वारा चालक को पिस्टल दिखाकर रूपये देने को कहा परन्तु चालक द्वारा अपने पास रूपये होने की बात से इन्कार किया गया, जिस पर आक्रोशित होकर मंजीत द्वारा चालक पर जानलेवा हमला करने की नियत से फायर कर दिया गया, जिससे वह जख्मी हो गया। वहाँ पर लोगों की भीड इकट्ठा होते देख हम दोनो मोटरसाइकिल से झाझरा की तरफ भाग गये और वहाँ से धूलकोट के जंगल से होते हुए सुद्धोवाला प्रेमनगर स्थित अपने तीसरे साथी मोहित के घर पहुंचे तथा प्लान के मुताबिक लूट में सफल न होने की बात मोहित को बताई। उसके पश्चात् मोहित द्वारा बाहर जाकर घटना के बाद पुलिस की चैकिंग पर निगाह रखी गयी और देर रात्री मौका देखकर मुझे मोहित अपनी डटसन कार से जमनपुर सेलाकुई छोड आया तथा रोहित, मोहित के साथ वापस प्रेमनगर आ गया और वहाँ से मोटर साईकल लेकर अपने दोस्त के पास चला गया। आज हम मोहित के घर पर दोबारा से लूट की योजना बना रहे थे तभी पुलिस ने आकर हमें गिरफ्तार कर लिया।