लोकसभा सदन में राहुल और अरूण जेटली ने एक-दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाते समय कोडवर्ड का किया प्रयोग
नई दिल्ली। संसद की कार्यवाही के दौरान आपने नेताओं के मुंह से कई जुमले, चुटकुले और शेरो-शायरियां सुनी होंगी, लेकिन बुधवार को संसद में आरोप-प्रत्यारोप के लिए जमकर कोड वर्ड का इस्तेमाल किया गया। राहुल गांधी ने राफेल विमान डील को लेकर जहां प्रधानमंत्री और सरकार पर जमकर हमला करते हुए ‘AA’ कोड का इस्तेमाल किया, तो वहीं बाद में राहुल के आरोपों पर बोलते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने ‘Q’, ‘मिसेज गांधी’ और ‘R’ कोड का इस्तेमाल किया। आइये जानते हैं क्या हैं ये कोड वर्ड और क्यों संसद में इनका इस्तेमाल किया गया।
राहुल गांधी का ‘AA’ कोड विपक्ष काफी समय से राफेल डील को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सरकार पर हमलावर है। बुधवार को लोकसभा की कार्रवाई के दौरान भी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल डील को लेकर सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने खुद फ्रांस जाकर राफेल की पुरानी डील को रद्द किया। इसके बाद हिन्दुस्तान एरोनॉटिकल्स लिमिटेड (HAL) से करार खत्म किया गया। फिर देश की एक निजी कंपनी संग डील की गई। राहुल गांधी ने सदन में उस कंपनी के मालिक को फेल बिजनेसमैन भी कहा। इस पर लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने राहुल गांधी को टोक दिया। सुमित्रा महाजन ने कहा कि जो व्यक्ति संसद का सदस्य नहीं है, उसका नाम लेकर सदन में आरोप नहीं लगा सकते हैं। इसके बाद राहुल गांधी ने कंपनी के मालिक का नाम लेने की जगह कोड वर्ड ‘AA’ का इस्तेमाल किया।
अरुण जेटली का ‘Q’, ‘मिसेज गांधी’ और ‘R’ कोड राहुल गांधी के आरोपों का जवाब देते हुए अरुण जेटली ने संसद में ‘Q’, ‘मिसेज गांधी’ और ‘R’ कोड का इस्तेमाल किया। अरुण जेटली ने कहा कि जब वह छोटे थे तब क्यों वो ‘Q’ की गोद में खेल रहे थे, जिसका नाम बोफोर्स घोटाले से जुड़ा है। उस वक्त के एक ईमेल में कहा था कि ‘Q’ जरूर बचना चाहिए। इसके बाद उसी ‘Q’ नाम से कुछ बैंक खाते भी सामने आए थे। अरुण जेटली ने कहा कि क्यों उस ईमेल में ‘मिसेज गांधी’, ‘R’ ‘इटालियन लेडी’, ‘इटालियन लेडी का बेटा’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया गया। वित्त मंत्री ने कहा कि नेशनल हेराल्ड केस से लेकर अगस्ता वेस्टलैंड केस तक में एक ही परिवार का नाम सामने आया था।