मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को सजा सुनाए जाने का किया स्वागत
चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने 1984 में हुए सिख दंगों के मामले में कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को सजा सुनाए जाने का स्वागत किया है। कैप्टन अमरिंदर ने कहा कि अंतत: दंगा पीड़ितों को न्याय मिला है। यह आजादी के बाद सबसे भयानक दंगा है। राज्य के अन्य दलों के नेताओं ने भी अदालत के फैसले का स्वागत किया है। इसके साथ ही उन्होंने इन दंगों में गांधी परिवार की किसी तरह की भूमिका को खारिज किया।
कहा- गांधी परिवार या कांग्रेस की इन दंगों में कोई भूमिका नहीं बता दें कि दिल्ली हाईकोर्ट ने साेमवार को कांग्रेस नेता सज्जन कुमार सहित चार लाेगों को 1984 के दंगों के मामले में दोषी करार दिया और उम्रकैद की सजा सुनाई है। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अदालत के फैसले का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि अाखिरकार न्याय हुआ। अदालत के फैसले से 1984 के दंगा पीड़ितों को इंसाफ मिला है। कैप्टन अमरिंदर ने कहा, 1984 में हुए सिख विरोधी दंगा देश की स्वतंत्रता के बाद सबसे बुरा और भयानक दंगा था। लोगों का जिस तरह से कत्लेआम किया गया वह दहला देने वाला था। इसके श्ािकार हुए लोग न्याय का वर्षों से इंतजार कर रहे थे और अाखिरकार उनका इंतजार खत्म हुआ। कैप्टन ने कहा कि इन दंगों की टीस कभी खत्म नहीं होनेवाली है।
कांग्रेस व गांधी परिवार पर आरोप लगाने के लिए बादल पिता-पुत्र की निंदा की इसके साथ ही कैप्टन अमरिंदर सिंह ने 1984 के दंगों में गांधी परिवार और कांग्रेस के शामिल होने से इन्कार किया। उन्होंने कहा कि इन दुर्भाग्यपूर्ण दंगों में कांग्रेस या गांधी परिवार की किसी तरह की कोई संभावना है। उन्होंने इस तरह के आरोप लगाने के लिए बादल पिता-पुत्र प्रकाश सिंह बादल और सुखबीर सिंह बादल की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि दोनों भाजपा के अपने राजनीतिक आकाओं के इशारे पर राजनीतिक लाभ के लिए कांग्रेस और गांधी परिवार का नाम इसमें घसीट रहे हैं।