लगातार बारिश से यमुना का बढ़ा जल स्तर, हथनीकुंड बैराज से आ रही है तबाही
चंडीगढ़/यमुनानगर। पहाड़ों पर भारी बारिश से यमुना नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है और नदी ने विकराल रूप धारण कर लिया है। हथनी कुंड बैराज पर यमुना खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। शनिवार को दोपहर बाद डेढ़ बजे तक बैराज से नदी में पानी का बहाव चार लाख 24 हजार क्यूसेक से ऊपर पहुंच गया। नदी में पानी का बहाव लगातार बढ़ रहा है। इससे दिल्ली के लिए भी भारी खतरा उत्पन्न हो गया है। दिल्ली तक यह पानी अगले 72 घंटे तक पहुंच जाएगा। यह पानी दिल्ली के निचले इलाके में तबाही मचा सकता है। हरियाणा में यमुना के आसपास के इलाके में बाढ़ आ गई है और यमुना का पानी आबादी वाले क्षेत्रों में घुस गया है। सिंचाई विभाग और प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी कर दिया है।
हथनी कुंड बैराज से यमुना नदी में पानी का बहाव 4.24 लाख क्यूसेक से ऊपर हुआ, हाईअलर्ट जारी
हथनी कुंड बैराज पर यमुना नदी में भारी उफान अा गया है। पिछले कई दिनों से पहाड़ों में जोरदार बारिश के कारण यमुना और अन्य नदियों ने शनिवार कोे विकराल रूप धारण कर लिया। लगातार बरसात होने से यमुनानगर में बाढ़ आ गई है। हथनीकुंड पर शनिवार को दोपहर बाद 1.30 बजे हथनीकुंड बराज से यमुना में पानी का बहाव चार लाख 24 हजार 763 क्यूसेक से हो गया। बरसात के चलते पानी और बढ़ने की आशंका है। प्रशासन ने हाईअलर्ट जारी कर दिया है। यमुनानगर जिले के कई गावों में पानी घुस गया है। सिंचाई विभाग और प्रशासन ने बाढ़ को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है। बैराज से हरियाणा आैर उत्तर प्रदेश नहरों की जलापूर्ति बंद कर दी गई है। नदी के कैचमेंट एरिया में बरसात अभी भी जारी है। हाइडल प्रोजेक्ट पर बिजली उत्पादन ठप हो गया है। यमुनानगर जिले के बुडि़या थाना क्षेत्र के गांव बाकरपुर सहित कई अन्य गांवों में यमुना नदी का पानी घुस गया है। यमुना में उफान से हरियाणा के 90 गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडरा गया है।
मंदिरों और मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकरों से यमुना नदी की ओर न जाने की अपील की जा रही है
दूसरी आेर यमुनानगर में यमुना नदी के पास के गांवों व स्थानों पर मुनादी के संग मंदिरों और मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकरों से लोगों को सावधान किया जा रहा है। लोगों से अपील की जा रही है कि यमुना नदी की ओर न जाएं और यदि कोई परिजन नदी की तरफ गया है तो उसे फौरन बुला लें।
हरियाणा के कई गांवों में घुसा यमुना की बाढ़ का पानी शुक्रवार को हथनीकुंड बैराज पर यमुना में पानी को बहाव 1.20 लाख क्यूसिक बहाव था। पश्चिमी यमुना नहर व उत्तर प्रदेश की नहरों में सप्लाई रोक देने के कारण पूरा पानी यमुना में ही छोड़ा जा रहा है। इस कारण यमुना से सटे 90 गांवों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। यमुना की सहायक सोम नदी में भी पानी का बहाव 10 हजार क्यूसिक को पार कर गया है।उधर, शुक्रवार के बाद शनिवार को भी प्रदेश के कई जिलों में बारिश हो रही है। शुक्रवार को अंबाला में 58, यमुनानगर में 51, कुरुक्षेत्र में 50, गुरुग्राम में 46, करनाल में 25, कुरुक्षेत्र में 20 और सोनीपत के गन्नौर में आठ एमएम बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा कई अन्य क्षेत्रों में भी बारिश हुई। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि अभी 30 जुलाई तक बारिश जारी रहने की संभावना है।