17 इलेक्ट्रानिक उपकरणों पर जीएसटी 10 फीसद घटी, व्हाईट गुड्स इंडस्ट्री में मंदी दूर होने की कही जाने लगी है बात
नई दिल्ली। पिछले दो-तीन वर्षो से बेहद मंदी का दौर देख रहे घरेलू इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरण उद्योग (व्हाईट गुड्स इंडस्ट्री) को जैसे मन की मुराद मिल गई है। जीएसटी परिषद ने जिस तरह से रेफ्रिजेरेटर, वाशिंग मशीन समेत 17 उपभोक्ता उत्पादों पर जीएसटी की दर को घटा कर 18 फीसद करने का ऐलान किया है उससे इस उद्योग में मंदी के दूर होने की बात कही जाने लगी है। जानकारों का कहना है कि जिन उत्पादों पर जीएसटी की दर 28 फीसद से घटा कर 18 फीसद की गई है उनकी खुदरा कीमतों में 8-9 फीसद तक की कमी हो सकती है।
भारत में टीवी, फ्रिज, रेफ्रिजेरेटर, वाशिंग मशीन, वाटर कूलर जैसे उत्पादों का कुल बाजार तकरीबन 16 अरब डॉलर का है, लेकिन पिछले दो से तीन वर्षो से इस उद्योग की हालत बहुत अच्छी नहीं थी। चालू मौसम में फ्रिज, वाशिंग मशीन की मांग में पिछले वर्ष के मुकाबले कोई खास तेजी नहीं आई थी। केंद्र सरकार के आंकड़े बताते हैं कि अप्रैल-मई, 2018 में इन उद्योगों की समग्र तौर पर वृद्धि दर महज 0.1 फीसद रही है। संभवत: यह एक वजह है कि इन पर लगाये गये शुल्क की दरों में एक साथ बड़ी कटौती की गई है।
देश की प्रमुख कंपनी हायर एप्लाएंसेज के प्रेसिडेंट एरिक ब्रागेंजा ने बताया कि यह बहुत ही जबरदस्त कदम है जिसका दो तरफा असर होगा। एक तो ज्यादा से ज्यादा लोग टीवी, फ्रिज, वाशिंग मशीन जैसे घरेलू उपकरण लेंगे जो बाजार में मांग को बढ़ावा देगा। इन सभी उपकरणों की खुदरा कीमतों में 8-9 फीसद की राहत मिलने के आसार है। ब्रागेंजा का कहना है कि अगर 28 फीसद जीएसटी लगने से किसी उत्पाद की कीमत 20 हजार रुपये है जो नई दर में इसकी खुदरा कीमत में 1800 रुपये से 2000 रुपये तक की कमी हो सकती है। यह अंदर अलग अलग उत्पादों में अलग अलग होगा।