योग भारतीय जीवन पद्धति में हमेशा से शामिल रहाः राज्यपाल
नैनीताल। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने सोमवार को ‘अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस’ के अवसर पर नैनीताल राजभवन परिसर में आयोजित कार्यक्रम में योगाभ्यास किया। अपने सम्बोधन में राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने कहा कि योग भारतीय जीवन पद्धति में हमेशा से शामिल रहा है। ‘अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस’ विश्व पटल पर भारतीय योग की स्वीकार्यता को एक साथ मिलकर मनाने का अवसर है।
राज्यपाल ने कहा कि योग आध्यात्मिक, मानसिक और शाररिक अनुशासन है जिससे न सिर्फ शारीरिक अभ्यास या व्यायाम बल्कि विचारों और कार्यो के बीच संतुलन और ताल-मेल स्थापित किया जा सकता है। राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने कहा कि कोरोना महामारी के संकट में पूरे विश्व ने आयुर्वेद और योग की उपयोगिता को और अधिक समझा और इसके लाभ के महत्व को जानकर इसे अपनाया है। हम सभी को अपनी इस प्राचीन परम्परा को पूरे गौरव के साथ अपनी आने वाली पीढ़ियों को सीखाना, समझाना और सौंपना चाहिए। राज्यपाल ने कहा कि योग करने के लिए उम्र की कोई बाधा नहीं है इसलिए हर वर्ग को योग पूरे उत्साह से करना चाहिए। योग स्वस्थ तन, मन और व्यक्तित्व विकास का प्रभावी माध्यम है।