AdministrationNews UpdateUttarakhand
यात्रा समाप्त होने में अभी काफी समय शेष, जल्दबाजी न करें तीर्थयात्री : दिलीप जावलकर
देहरादून। दो साल बाद बिना बंदिशों के शुरू हुई चारधाम यात्रा का संचालन नियमानुसार व्यवस्थित ढंग से किया जा रहा है। चारधाम यात्रा के संबंध में सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने कहा है कि चारधाम यात्रा के लिए अभी काफी समय शेष है। ऐसे में यात्रा के दौरान अव्यवस्थाओं से बचने के लिए तीर्थयात्री किसी भी प्रकार की जल्दबाजी न करें।
शुक्रवार को उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद (यूटीडीबी) में पत्रकारों से बात करते हुए जावलकर ने कहा कि बीते दिनों कुछ प्रिंट मीडिया व न्यूज चैनलों में चारधाम यात्रा की तैयारियों व व्यवस्थाओं को लेकर नकारात्मक समाचार देखने को मिले हैं। लेकिन यह तथ्यों के एकदम विपरीत है। वास्तविकता यह है कि चारधाम यात्रा का नियमानुसार व्यवस्थित ढंग से संचालन किया जा रहा है। विभिन्न मीडिया स्रोतों से प्राप्त तीर्थयात्रियों की सकारात्मक प्रतिक्रियाओं से इस बात की पुष्टि होती है।
सचिव पर्यटन ने कहा कि इस बार भारी संख्या में तीर्थयात्रियों के आने की उम्मीद को देखते हुए संबंधित विभागों के साथ समन्वय बना तीर्थयात्रियों को सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है। पहली बार पर्यटन विभाग की ओर से तीर्थयात्रियों के पंजीकरण की व्यवस्था की गई है। विभाग की ओर से तीर्थयात्रियों का ऑनलाइन व ऑफलाइन माध्यम से पंजीकरण कराया जा रहा है। कुछ दिनों पहले देखा गया था कि कुछ तीर्थयात्री ऑफलाइन माध्यम से एडवांस स्लॉट की बुकिंग करा उसी दिन दर्शन के लिए रवाना हो जा रहे हैं। ऐसे में धामों में क्षमता से अधिक भीड़ होने से तीर्थयात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसा करने वाले तीर्थयात्रियों की पुलिस जांच कर उन्हें बुकिंग तिथि के दिन ही यात्रा करने की सलाह दे रही है। जबकि जो तीर्थयात्री होटल और हेली सेवा की एडवांस बुकिंग कर चुके हैं, चैक पोस्ट पर उनके दस्तावेजों की जांच कर उन्हें आगे भेजा जा रहा है। तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए फिलहाल ऑफलाइन व ऑनलाइन स्लॉट बुकिंग अगले एक सप्ताह तक के लिए नहीं की जा रही।
सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने कहा कि यात्रा मार्गों पर स्वच्छता, पेयजल, स्वास्थ्य, सड़क, सुरक्षा समेत अन्य व्यवस्थाओं को बेहतर किया गया है, ताकि तीर्थयात्रियों को किसी तरह की असुविधा का समाना न करना पड़े। यात्रियों की लोकेशन ट्रेस करने के लिए वाहनों पर टूरिस्ट सेफ्टी मैनेजमेंट सिस्टम लगाया गया है। इससे यात्रियों की लोकेशन पर नजर रखी जा रही है।