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कंप्यूटर विज्ञान विभाग में नेताजी सुभाषचन्द्र बोस की जयंती पर वेबिनार का आयोजन

हरिद्वार। गुरुकुल कांगड़ी (समविश्वविद्यालय) के कंप्यूटर विज्ञान विभाग एवं भारत विकास परिषद पंचपुरी के संयुक्त तत्वावधान में नेताजी की १२५ वीं जयंती के अवसर पर एक वेबिनार का आयोजन किया गया द्य वेबिनार के उद्घाटन संबोधन में प्रो० रूप किशोर शास्त्री, कुलपति, गुरुकुल कांगड़ी (समविश्वविद्यालय) ने कहा कि नेताजी स्वच्छ छवि और परम देश भक्ति के प्रखर पुरुष थे। एक क्रांतिकारी नेता  के रूप में आजाद हिन्द फौज के सुप्रीम कमांडर बने तथा एक राजनेता के रूप में निर्वासित सरकार के अंतरिम प्रधानमंत्री भी बने। नेताजी ने देश की स्वतंत्रता की दशा तथा दिशा बदलने का कार्य किया, अगर नेताजी आजादी के बाद जीवित होते तो नेहरु, पटेल तथा नेता जी के मध्य राजनितिक ध्रुवीकरण बनता।
वेबिनार में मुख्य वक्ता के रूप में उद्गार व्यक्त करते हुए डॉ सतेन्द्र मित्तल, प्रोफेसर, आई०आई०टी० रूडकी तथा प्रांतीय सरक्षक, भारत विकास परिषद् ने कहा की नेताजी एक महान व्यक्तित्व थे जिन्होंने निजी हित की परवाह न करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष पद से त्याग पत्र दे दिया था द्य नेताजी ने कई देशो की यात्रा करके ४५००० सिपाहियों तथा सेनानियों की आजाद हिन्द फौज का गठन  किया, जो  भूखे प्यासे रहकर भी निरंतर देश की आजादी के लिए कार्य करते रहे। प्रो० कर्मजीत भाटिया, अध्यक्ष,कंप्यूटर विज्ञान विभाग, ने सभी अतिथियों एवं प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कहा की हमारा देश समृद्ध तथा सम्पन्न था परन्तु एकता न होने से हम गुलाम बन गए थे, ऐसे विकट समय में देश की आजादी के लिए नेता जी ने अग्रणी भूमिका निभाई द्य इसके साथ ही उन्होंने ‘अनसंग हीरोज’ का वर्णन करते हुए कहा की किस तरह से शाहनवाज खान और लक्षी सहगल ने कंधे से कन्धा मिलाकर आजादी की लड़ाई में नेताजी का साथ दिया द्य डॉ महेंद्र सिंह असवाल ने वेबिनार का संयोजन करते हुए विभिन्न वक्ताओं और छात्रों को आमंत्रित किया। कंप्यूटर विज्ञान विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डा० कृष्ण कुमार ने नेताजी के जीवन की प्रमुख घटनाओं पर आधारित एक आकर्षक प्रस्तुतीकरण दिया द्य भौतिक विज्ञान विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डा० हेमवतीनंदन ने बताया कि नेताजी ने एक बार कहा था कि आर्य समाज मेरी माँ है जिसने मुझे जन्म दिया है। उन्होंने आगे कहा की आजाद हिन्द फौज के ४५००० की  सेना में ५००० सिपाही उत्तराखंड से थे द्य योग विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर एवं पंचपुरी शाखा के सचिव  डा० उधम सिंह ने कहा कि भारत विकास परिषद् के प्रेरणा स्त्रोत स्वामी विवेकाननद थे तथा नेताजी स्वामीजी को अपना आध्यात्मिक गुरु मानते थे द्य उनकी प्रेरणा से नेता जी ने देश को आजादी दिलाने का बीड़ा उठाया द्य कवियित्री एवं साहित्यविद सुमन कांडपाल पन्त ने कहा की सुभाष चन्द्र बोस जी ने नेता जी शब्द को सार्थक कियाद्य उन्होंने इस अवसर पर नेताजी के जीवन पर कविता पाठ भी किया
विज्ञानं संकाय के डीन प्रो० एल पी पुरोहित जी ने नेता जी की जयंती पर वेबिनार आयोजित करने तथा इसमें  कई लोगों को जोड़ने पर बधाई दी तथा साधुवाद दिया द्य कुलसचिव प्रो० दिनेश भट्ट जी ने वेबिनार का समापन करते हुए कहा की इस वेबिनार के माध्यम से सभी लोग देश की आजादी में नेताजी के योगदान को समझ पाएंगे द्य वेबिनार के अंत में कन्या गुरुकुल परिसर देहरादून की कोऑर्डिनेटर प्रो० निपुर सिंह ने सभी प्रतिभागियों, अतिथियों तथा शिक्षकों का धन्यवाद ज्ञापित किया तथा छात्र-छात्राओं को साधुवाद दिया। कंप्यूटर विज्ञान विभाग के छात्र-छात्राओं ने भी इस अवसर पर बढ़ चढ़ कर भाग लिया द्य छात्रा आभा सैनी ने कविता पाठ कियाद्य अन्य छात्रों अरमान वारसी, विष्णु विश्वकर्मा, रवि कुमार तथा दिव्यांशु तिवारी ने भी विभिन्न संस्मरणों के माध्यम से नेताजी को श्रधांजलि अर्पित की द्य इस वेबिनार में सभी शिक्षकों, कर्मचारियों, शोध छात्रों और एमसीए के छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। प्रो० विवेक कुमार, डॉ राजकुमार, डॉ महेंद्र सिंह असवाल, डॉ श्वेतांक आर्य, डॉ कृष्ण कुमार, श्री मनीष अग्रवाल, श्री द्विजेन्द्र पन्त, श्री संजय कुमार, श्री अजय कुमार, श्री गोपाल सिंह राणा, श्री संदीप, श्री देवेश,  श्री शैलेन्द्र पाल, श्री विभोर विश्नोई, श्री सतेंद्र सिंह, श्री अंबरीश और श्री सौरभ उपस्थित रहे।

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