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भगवान विष्णु जी के अवतार नृसिंह जयंती पर देशवासियों को शुभकामनायें दी
ऋषिकेश। परमार्थ निकेतन मे भगवान श्री विष्णु जी के अवतार नृसिंह जयंती के अवसर पर नृसिंह भगवान की पूजा अर्चना की। स्वामी जी ने कहा कि यह भारत देश बड़ा महान है इसकी संस्कृतिय इसकी दिव्यता और भव्यता बहुत अद्भुत है। यहां पर 365 दिनो में 700 से अधिक पर्व और त्यौहार मनाये जाते है। भारत की संस्कृति प्रहार है प्यारय वार और प्यारय एक ओर उग्रता तो दूसरी ओर विग्रता है इसके पीछे यह संदेश है कि मैं हूँ। उन्होने कहा कि ’’जब दुःख से मन घबरा जायेे, हर ओर निराशा छा जाये प्रार्थना करय प्रार्थना कर।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने कहा कि नृसिंह भगवान ने हिरण्याक्ष असुर के आतंक से धरा को मुक्त कराया था, आज कोरोना के आतंक से धरा को मुक्त करने का समय है आईये मिलकर कोरोना जंग को जीते। यह कोरोना पर जीवन की विजय की जंग है और इस जंग को सोशल डिसटेंसिंग और घर पर रहकर ही जीता जा सकता है।
परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने कहा कि ’’लाॅकडाउन में छूट क्या मिली ऐसे लगा जैसे लोग जेल सेय चिड़ियाघर से छूटे हो। हम सभी देशवासियों को लाॅकडाउन को और सोशल डिसटेंसिंग को बहुत गंभीरता से लेना है और लाॅकडाउन की लक्ष्मण रेखा को पार नहीं करना है। उन्होने कहा कि सीता जी के द्वारा लक्ष्मण रेखा को लांघने के बाद जो हुआ वह सभी को पता है। लक्ष्मण रेखा लांघने पर ही माता सीता का अपहरण हुआ और लंका का दहन हुआ इसलिये सोशल डिसटेंसिंग को बनाये रखे।’’ स्वामी जी ने कहा कि कोरोना की जंग जीतेगे संग-संग परन्तु यह तभी होगा जब हम निष्ठापूर्वक सोशल डिसटेंसिंग का पालन करेंगे, घरों में रहेगे तथा प्रधानमंत्री जी और समय-समय पर सरकार द्वारा जारी किये गये दिशा-निर्देशों का पालन करेंगे अन्यथा इसके अन्जाम बहुत गलत भी हो सकते है। स्वामी जी ने कहा कि हम सभी देख रहे हैं कि पश्चिम के देशों में क्या हो रहा है ऐसा भारत के साथ न होय अपने परिवारों के साथ न हो। कोरोना वायरस से अब हमारे फ्रंटलाइन वर्कर्स यथा डाॅक्टर, नर्स, स्वच्छताकर्मी, मीडियाकर्मी और पुलिस भी संक्रमित हो रहे है इसलिये हम सभी देशवासियों को सर्तक होकर कोरोना की जंग को जीतना है।