विधायक दंपति को पेंशन तो गरीब दंपति को वृद्धावस्था पेंशन क्यों नहींः मोर्चा
विकासनगर। जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि वर्तमान में गरीबों हेतु वृद्धावस्था पेंशन पति-पत्नी (दंपति) में से मात्र एक को ही मिलने का प्रावधान है, जबकि 4-5 वर्ष पहले तक पति-पत्नी दोनों को पेंशन मिलती थी। पत्रकारों से वार्ता करते हुए नेगी ने कहा कि दुर्भाग्य की बात है कि अगर एक परिवार में पति-पत्नी दोनों विधायक हैं तथा बेटे भी विधायक/ सांसद हैं, तो सबको पेंशन मिलती है, लेकिन जब गरीबों को कुछ देने की बात आती है तो उनका हक छीन लिया जाता है, जोकि सरासर गलत है द्य बड़े शर्म की बात है कि जब विधायकों /सांसदों को अपनी पेंशन, वेतन- भत्तों व सुविधाओं को बढ़ाना होता है तो एक ही झटके में बिल पास हो जाता है, लेकिन गरीबों के समय बजट/ धन का अभाव हो जाता है। नेगी ने कहा कि सरकार द्वारा गरीबों की पेंशन बंद कर उनकी परेशानी को बढ़ाने का काम है द्य सरकार को गंभीरता से इस पर विचार करना चाहिए, ताकि गरीबों का बुढ़ापा आत्मनिर्भरता के साथ सम्मानपूर्वक कट सके। मोर्चा शीघ्र ही गरीबों की आवाज को सरकार तक पहुंचाएगा। पत्रकार वार्ता में दिलबाग सिंह व संदीप ध्यानी मौजूद थेे।