पुलिस क्यों बचा रही है आरोपियों कोः रजिया बेग
-हाल ही में हुए एक आत्महत्या के मामले में राजधानी पुलिस के रवैये पर उठ रहे सवाल
-पुलिस की ओर से कार्रवाई न होने पर परिवार को मजबूरन आना पड़ा मीडिया की शरण में
देहरादून। राजधानी के एक पीड़ित परिवार ने राजधानी पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि राजधानी पुलिस उनके साथ भेदभाव पूर्ण रवैया अपना रही है। पीड़ित परिवार की एक बेेटी ने हाल ही में आत्महत्या की और उसकी रिपोर्ट थाना पटेलनगर में भी दर्ज करवाई गई परंतु अभी तक इस मामले में किसी भी तरह की कोई गिरफ्तारी नहीं हुई। बता दें कि की पीड़ित परिवार शिमला बाईपास रोड, मूलचंद एन्क्लेव में रह रहा है। एक पत्रकार वार्ता के दौरान वरिष्ठ अधिवक्ता रजिया बेेग ने कहा कि प्रिया की बहन पूजा ने बीती 15 जून को जहर खा कर आत्महत्या का प्रयास किया और 18 जून को इंद्रेश अस्पताल में उसकी मृत्यु हो गई। आरोप है कि उसे रंजन नाम के एक युवक ने आत्महत्या के लिए उकसाया था जिसके नाम से पूजा एक सूसाइड नोट भी लिख कर छोड़ गई है। रजिया बेग ने बताया कि पुलिस में मामला दर्ज करवाया गया है और साथ ही पुलिस को सुसाइड नोट एवं पूजा की व्हैट्सएप चैट भी उपलब्ध करवाई गई है। जिससे साफ जाहिर हो रहा है कि पूजा किस कदर डिप्रेशन में थी और रंजन द्वारा दिए गए धोखे के चलते पूजा ने आत्महत्या की है। रंजन पिछलेे कई सालों से पूजा का शारीरिक व मानसिक शोषण कर रहा था और शादी का झांसा दे रहा था। रंजन ने पूजा का अबॉर्शन भी करवाया था जो कि व्हैट्सएप की चैट से साफ पता चलता है। उसके बाद उसने पूजा को बताया कि उसके परिजन ने उसके लिए लड़की पंसद कर ली है जिसे लेकर पूजा बहुत आहत थी और पूजा को मजबूरन सुसाइड जैसा कदम उठाना पड़ा। पूजा के सूसाइड नोट और अन्य सबूत होने के बाद भी पूजा के आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाही नहीं की है। जबकि मामला धारा 306 के तहत दर्ज किया गया है। उसके बाद भी पुलिस न जाने किस दबाव में आ कर आरोपियों को बचा रही है और उसके खिलाफ कार्रवाही नही ंकर रही है। रजिया बेग ने कहा कि इस पत्रकार वार्ता के माध्यम से वे पुलिस से जल्द ही इस मामले में कार्रवाई की मांग करते है अन्यथा उन्हें आंदोलन के लिए बाध्य होना होगा। पत्रकार वार्ता में प्रिया एवं मृतक पूजा का भाई संजीव भी मौजूद थे।