त्रिवेंद्र हों या तीरथ कोई फर्क नहींः प्रीतम सिंह
देहरादून। प्रदेश में अप्रत्याशित नेतृत्व परिवर्तन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने इसे एक नौटंकी करार देते हुए जनता के साथ भद्दा मजाक बताया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि राज्य विधानसभा का बजट सत्र तय अवधि से घटा कर आनन-फानन में बजट सत्र स्थगित कर मुख्यमंत्री को जिस तरह से दिल्ली तलब किया गया व उसके बाद जो नौटंकी पिछले चार दिनों से राज्य में चली और बुधवार को जैसे इसका पटाक्षेप हुआ उससे जनता समझ गयी है कि भाजपा को राज्य की जनता की चिंता नहीं बल्कि चुनावों की चिंता है। प्रीतम सिंह ने कहा कि बीजीपी के राष्ट्रीय नेतृत्व ने उत्तराखंड की जनता के साथ छलावा किया है, राज्य में पिछले चार सालों में किसी भी क्षेत्र में चाहे वो रोजगार हो स्वास्थ्य सेवाएं हों, गांव का विकास हो या राज्य के किसान हों, कहीं भी काम नहीं हुआ और प्रदेश रसातल में पहुंच गया। उन्होंने कहा कि बजट जैसे महत्वपूर्ण विधानसभा सत्र को बीच में रोककर तो भाजापा ने अपनी सत्ता लोलुपता को सार्वजनिक कर दिया। प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने त्रिवेंद्र की जगह तीरथ को मुख्यमंत्री बनाये जाने के बीजीपी नेतृत्व के निर्णय को जनता की आंखों में धूल झोंकने वाला बताते हुए कहा कि भाजापा सरकार के चार साल के कार्यकाल की खामियां भी नए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह के खाते में जाएंगी और उनका हिसाब भी भाजपा नेतृत्व को ही देना होगा।