उपाध्यक्ष राष्ट्रीय सफाई आयोग श्रीमती अंजना पंवार ने सफाई कर्मचारियों की समस्या को लेकर संबंधित विभागों के अधिकारियों को दिए निर्देश
देहरादून। माननीय उपाध्यक्ष राष्ट्रीय सफाई आयोग श्रीमती अंजना पंवार ने मंथन सभागार में सफाई कर्मचारियों की समस्या को लेकर संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए कर्मचारियों की समस्याओं के निस्तारण के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने सफाई कर्मचारियों की समस्याएं भी सुनी। उन्होंने नगर निगम, नगर निकाय सहित अन्य विभागों के अधिकारियों को महत्वपूर्ण दिशा निर्देश दिए।
माननीय उपाध्यक्ष ने कर्मचारियों के लिए प्रत्येक वार्ड में महिलाओं एवं पुरुष के लिए अलग से चेंजिंग रूम सहित 2 रूम बनाने के निर्देश दिए। संविदा आउटसोर्स कर्मचारियों को कम परिश्रम दिए जाने की शिकायत पर उन्होंने समान कार्य के लिए समान वेतन देने की कार्य योजना पर कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी कर्मचारियों के आईडी कार्ड बनाएं जिसमे कर्मचारी कोड, ईएसई, पीएफआई संख्या, ब्लड ग्रुप का विवरण हो ताकि कोई दुर्घटना होने पर फर्स्ट एड मिल सके।
उन्होंने सफाई कर्मचारियों का नियमित स्वास्थ्य जांच कराने के निर्देश दिए। नियमित सफाई कर्मचारियों की डीपीसी कराने के निर्देश दिए। जो सफाई कर्मचारी लंबे समय से संविदा पर कार्य कर रहे हैं के वन टाइम स्टेलमेंट की मांग पर व्यवस्था बनाने, तथा प्रस्ताव शासन को भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने कर्मचारियों को प्रत्येक माह का वेतन/पारिश्रमिक 01 से 07 तक दे दिया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि आउटसोर्स संविदा कार्मिकों का वेतन सीधे बैंक खाते में ही दिया जाए। सफाई कर्मचारियों को प्रशिक्षण दें तथा छोटे छोटे कार्य टेंडर समूहों को दिया जाय। एनकेएफडीसी के अधिकारियों को निर्देशित किया कि बस्तियों में कैंप के माध्यम से सफाई कर्मचारियों के लिए बनाई गई कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दें उनका प्रचार प्रसार करें तथा पात्रों को योजनाओं से लाभान्वित करें। उन्होंने सफाई कर्मचारियों के प्रशिक्षण एवं पुनर्वास हेतु बनाई गई योजनाओं से लाभान्वित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने सफाई कर्मचारियों हेतु वाहन, शिक्षा ऋण, आदि के लिए 1 लाख से 50 लाख तक ऋण देने का प्रावधान है साथ ही सफाई कर्मचारियों के बच्चों को देश में पढ़ाई के लिए 10 लाख तथा विदेश में पढ़ाई के लिए 20 लाख तक के ऋण का प्राविधान है। उन्होंने सफाई कर्मचारियों हेतु बनाई गई योजनाओं का प्रचार प्रसार के निर्देश दिए। उन्होंने नगर निगम एवं कार्यदायी संस्थाओं सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों एमएस एक्ट का परिपालन कराने के निर्देश दिए। सीवर सफाई कार्य मशीनों से कराया जाए। बिना संसाधन कर्मचारियों फिल्ड में न भेजें। एमएस एक्ट की प्रत्येक नागरिक को जागरूक करें। सीवर सफाई कार्यों को मशीनों रोबोटिक तरीके से किया जाए। सभी कार्मिकों को प्रशिक्षित किया जाए। आयुर्वेद एवं यूनानी विभाग में कर्मचारियों से अभद्रता की शिकायत तथा देयकों का भुगतान न होने पर एक माह के भीतर समस्या निस्तारण करते हुए कृत कार्यवाही से अवगत कराने के निर्देश दिए। उन्होंने असंगठित क्षेत्र में कार्य कर रहे सफाई कर्मचारियों के ई श्रम कार्ड बनाने के निर्देश श्रम विभाग के अधिकारियों को दिए। उन्होंने नगर निगम, नगर निकाय सहित समस्त विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया महीनें एक बार अपने विभाग में कार्यरत सफाई कर्मियों से वार्ता करते हुए उनकी समस्याएं सुने, जिससे सफाई कर्मचारियों की समस्याओं से अवगत होते हुए उनका निस्तारण करने में सहुलियत रहेगी। उन्होनंे नगर निगम एवं नगर निकायों को सफाई कर्मचारियों वर्ष में दी जाने वाली वर्दी सभी कर्मचारियों को देने के निर्देश दिए।
बैठक में जिलाधिकारी श्रीमती सोनिका, मुख्य नगर आयुक्त नगर निगम देहरादून मनुज गोयल, नगर आयुक्त नगर निगम ऋषिकेश राहुल गोयल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संजय जैन, प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ शिखा जंगपांगी, उप नगर आयुक्त नगर निगम देहरादून गोपाल राम बिनवाल, मुख्य शिक्षा अधिकारी प्रदीप रावत, मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अविनाश खन्ना सहित समस्त नगर निकायों के अधिशासी अधिकारी सहित संबंधित विभागों के अधिकारी, अखिल भारतीय सफाई मजदूर संघ अध्यक्ष सुनील राजौर प्रवक्ता प्रिन्स लोहट, जिला अध्यक्ष अरविन्द धावरी सहित अन्य प्रतिनिधि एवं महिला पुरुष सफाई कर्मचारी उपस्थित रहे।