कृषि बिलों की आड़ में कांग्रेस व विपक्षी दल का मोदी सरकार के ऐतिहासिक सुधारों को बाधित करने का षड़îन्त्र
-राहुल गांधी समेत अधिसंख्य कांग्रेस नेताओं को इन बिलों का ज्ञान तक नहींः भाजपा
देहरादून। भारतीय जनता पार्टी ने कहा है कि किसानों को भड़का कर कांग्रेस व अन्य विरोधी दल कृषि बिलों का जो विरोध कर रहे हैं उसके पीछे गहरा षड्यंत्र है और ये दल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा एक के बाद एक उठाए जा रहे ऐतिहासिक सुधारों को बाधित करना चाहते हैं। भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. देवेंद्र भसीन ने एक बयान में कहा कि कांग्रेस और अन्य विरोधी दल किसानों को भड़का कर किसानों की आड़ में जिस तरह अपनी राजनीति चला रहे हैं वह केवल कृषि बिलों का मामला नहीं है बल्कि एक गहरे षड्यंत्र का हिस्सा है।
ये दल नहीं चाहते कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जिस प्रकार एक के बाद एक बड़े सुधार किए जा रहे हैं और ऐतिहासिक कार्य हो रहे हैं उनकी गति बनी रहे। उनकी इच्छा है कि ये सभी कार्य किसी न किसी प्रकार बाधित किए जाए और यदि किसान बिल का षड्यंत्र सफल हो जाता है तो अन्य मामलों पर देश में हंगामा खड़ा किया जाए। उन्होंने कहा कि कृषि बिलो को लेकर कॉन्ग्रेस का रुख विचित्र है, क्योंकि राहुल गांधी, उत्तराखंड सहित देश में अधिकांश कांग्रेस नेताओं को यही पता नहीं है कि यें कृषि बिल क्या है और इनमें क्या-क्या प्रावधान किए गए हैं। ये सब केवल विरोध के लिए विरोध कर रहे हैं। हैरानी की बात यह है कि कांग्रेस ने पिछले लोकसभा चुनाव में खुद इन बिलों को लेकर अपने घोषणा पत्र में वायदा किया था और इन्हें लागू करने की बात कही थी। अब जब यही काम मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने किया है तो कांग्रेस नेता विरोध करने में जुट गए हैं। लेकिन यह विरोध सामान्य विरोध नहीं है बल्कि एक गहरे षड्यंत्र का हिस्सा है।
डॉ. भसीन ने कहा कि एक और अजीब स्थिति यह है कि महाराष्ट्र में ये कानून 15 वर्ष से लागू है लेकिन कांग्रेस वहाँ इन कानूनों को हटाने की बात नहीं कर रही है और ना ही एनसीपी ऐसा कह रही है, क्योंकि वहाँ का किसान इनका विरोध नहीं कर रहा और उसे इनका लाभ मिल रहा। यदि ये कानून गलत है तो कांग्रेस और एनसीपी को जो महाराष्ट्र सरकार में हिस्सा है ये कानून समाप्त करा देने चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि महाराष्ट्र में फड़नवीस सरकार एमएसपी को कानूनी तौर पर बाध्यकारी बनाने का कानून भी ला रही थी। लेकिन कांग्रेस और विरोधी दलों ने इसे विधान परिषद में पारित नहीं होने दिया। अब यही दल एमएसपी कानून की बात कह रहे हैं। इससे साफ है कि कांग्रेस और अन्य विरोधी दल न केवल दोगला व्यवहार कर रहे हैं बल्कि एक बड़ा खेल खेल रहे हैं जो देश हित में नहीं है, लेकिन मोदी जी ने हमेशा हर चुनौती का सामना किया है और उससे वे सफलता के साथ निकल आए हैं। उसी प्रकार इस प्रसंग में भी केंद्र सरकार उनके नेतृत्व में किसानों के साथ रास्ता निकाल लेगी और कांग्रेस तथा अन्य विरोधी दलों को फिर एक बार फिर औंधे मुंह गिरना पड़ेगा।