नमामि गंगे के तहत शिक्षण संस्थानों में होंगे जागरूकता कार्यक्रम
देहरादून। राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के अंतर्गत राज्य में संचालित नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यलायों में विभिन्न आईईसी गतिविधियों का आयोजन किया जायेगा। जिसके तहत उत्तराखंड में गंगा एवं उसकी सहायक नदियों के निकट अवस्थित सूचीबद्ध विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालयों के सहयोग से छात्र-छात्राओं की टीमों का गठन कर स्वच्छता अभियान, क्वीज एवं चित्रकला प्रतियोगिता, स्वच्छता रैली एवं गंगा रन आदि कार्यक्रमों का आयोजन किया जाना है। जिसके लिए प्रत्येक विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालयों को नमामि गंगे परियोजना के अंतर्गत कार्ययोजना के प्रस्ताव आमंत्रित किये गये हैं। जिसके अनुरूप प्रत्येक विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालयों को अग्रिम धनराशि उपलब्ध करा दी गई है।
सूबे के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने इस संबंध में मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि राज्य में सूचीबद्ध दो विश्वविद्यालयों एवं 33 राजकीय महाविद्यालयों में नमामि गंगे परियोजना के तहत विभिन्न आईईसी गतिविधियों का संचालन किया जाना है। जिसके तहत गंगा एवं उसकी सहायक नदियां के किनारे अवस्थित विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में छात्र-छात्राओं की प्रशिक्षित टीमों का गठन कर विभिन्न आईईसी गतिविधियां आयोजित की जानी है। कार्यक्रम के अंतर्गत स्वच्छता अभियान, क्वीज एवं चित्रकला प्रतियोगिता, स्वच्छता रैली एवं गंगा रन आदि का आयोजन किया जायेगा। इन कार्यक्रमों के संचालन हेतु संबंधित शिक्षण संस्थानों से प्रस्ताव मांगे गये थे। प्राप्त प्रस्तावों के आधार पर ही महाविद्यालयों को अग्रिम धनराशि आवंटित कर दी गई है। इसी क्रम में निदेशक नमामि गंगे के द्वारा दून विश्वविद्यालय को रूपये 5 लाख, राजकीय महाविद्यालय माजरा महादेव, थलीसैंण व पाबौं पौड़ी गढ़वाल को रूपये 3-3 लाख, राजकीय महाविद्यालय ऋषिकेश, बागेश्वर, उत्तरकाशी, कर्णप्रयाग, जोशीमठ, लक्सर, गोपेश्वर, डाकपत्थर, नई टिहरी, सतपुली, पिथौरागढ़, देवप्रयाग, रूद्रप्रयाग, सेन्दुल, गुप्तकाशी, टनकपुर, चम्पावत, रामनगर, खटीमा, अगस्तमुनि, लोहाघाट, नारायणनगर एवं महिला महाविद्यालय हल्द्वानी व सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय अल्मोड़ा को रूपये 2-2 लाख की अग्रमि धनराशि आवंटित कर दी है। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. रावत ने संबंधित विश्वविद्यालयों के कुलपतियों एवं महाविद्यालयों के प्राचार्यों से परियोजना के तहत संचालित आईईसी गतिविधियों को तत्काल शुरू करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि जल शक्ति मंत्रालय भारत सरकार के तत्वाधान में संचालित राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन अभियान में राज्य के राजकीय विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों बढ़-चढ़कर भाग लेना चाहिए।