हरेला के तहत 2 करोड़ पौधारोपण के लक्ष्य को 14 अक्टूबर तक पूरा करेंः बिष्ट
अल्मोड़ा। अध्यक्ष वन पंचायत सलाहकार परिषद (दर्जा राज्य मंत्री) वीरेन्द्र बिष्ट ने आज वन संरक्षक, उत्तरी कुमाऊं वृृत्त अल्मोड़ा, प्रभागीय वनाधिकारी भूमि संरक्षण एवं वन पंचायतों के रेंज अधिकारियों के साथ हरेला पर्व वन पंचायतों की समीक्षा बैठक वन विश्राम गृह अल्मोड़ा में की। इस दौरान उन्हांेने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि शासन से प्राप्त हरेला पर्व में प्रदेशभर को दिये गये 02 करोड़ वृक्षारोपण के लक्ष्य को तय समय 14 अक्टूबर, 2020 तक पूरा करें। उन्होंने कहा कि जहां पर पौधों की उपलब्धता नही है वहां पर अन्य जगहों से पौधों की व्यवस्था की जाय ताकि तय समय से पौधारोपण किया जा सके। दर्जा मंत्री ने कहा कि इस लक्ष्य को पूरा करने में वन विभाग की अहम भूमिका होगी।
बैठक में उन्होंने बताया कि मा0 मुख्यमंत्री द्वारा यह लक्ष्य विभाग को देखते हुये रखा गया है। उन्होंने कहा कि शासन स्तर से कहा गया है कि सक्रिय व गठित वन पंचायतों वृहद वृक्षारोपण किया जाय यह अभियान हरेला पर्व से प्रारम्भ किया गया है। उन्होंने कहा कि वन पंचायतों को सुदृढ़ व सक्रिय कैसे किया जाये यह उस क्षेत्र के वन क्षेत्राधिकारी का दायित्व है ताकि ग्रामीणों को स्वरोजगार से जोड़ा जा सके। उन्होंने वन पंचायतों को अधिक से अधिक क्रियाशील बनाने पर जोर दिया। उन्होंने क्षेत्राधिकरियों से पंचायतों से संवाद कर निष्क्रिय वन पंचायतों को विशेष अभिरूचि लेकर सक्रिय करना है। इसके लिये अधिकारियों को अपनी सोच में परिवर्तन लाना होगा। उन्हांेने ग्रामीणों की आवश्यकता के अनुसार योजनायें तैयार करने को कहा। उन्होंने कहा कि वन पंचायतों में अधिक से अधिक जनता की भागीदारी सुनिश्चित कर ही वन पंचायतों को सक्रिय किया जाय साथ ही तैनात संरपचों को सहयोग किया जाय।
दर्जा मंत्री ने वन जीव समस्या पर बोलते हुये कहा कि वन के दोहन से ही वन्य जीव आबादी की ओर प्रस्थान कर रहंे है जिसके दुरगामी परिणाम कष्ट देने वाले हो सकते है। इसके लिये वनों में उनके आहार व पेयजल का न होना मुख्य कारण है। इस समस्या के निजात के लिये हमें वनों में अधिक से अधिक वृक्षारोपण कर व चाल-खाल बनाने होंगे जिससे वन क्षेत्र बढेगा तथा वन्य जीव आबादी की ओर कम आकर्षित होंगे ताकि पशुधन व मानव की क्षति नहीं हो पायेंगी। उन्होंने महिला नर्सरी को अपेक्षित सहयोग देने को कहा ताकि महिला समूह का आत्मनिर्भर बनाया जा सके। दर्जा मंत्री ने जल संर्वद्धन की दिशा में ठोस कार्यवाही करते हुये सूखे हुये जल स्त्रोतों को पुर्नजीवित साथ ही पुनजीवित जल स्त्रातों का प्रस्ताव अक्टूबर तक शासन को भेजने को कहा। इस बैठक में प्रभागीय वनाधिकारी सिविल सोयम के0एस0रावत, उपप्रभागीय वनाधिकारी उपवन प्रभाग रानीखेत भूपाल सिंह किरौला, अल्मोड़ा भूपाल बिष्ट सहित सिविल एवं सोयम वन प्रभाग के वनाक्षेत्राधिकारी व सरपंच उपस्थित थे।