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मंत्री ने केदारनाथ धाम में यात्रियों के लिए की गई व्यवस्थाओं एवं सुविधाओं की समीक्षा की

रुद्रप्रयाग। दो दिवसीय जनपद भ्रमण पर पहुंचे प्रदेश के सहकारिता एवं चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्री डाॅ. धन सिंह रावत ने स्वास्थ्य विभाग सहित अन्य विभागों द्वारा केदारनाथ धाम में दर्शन करने आ रहे तीर्थ यात्रियों के लिए उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं एवं व्यवस्थाओं के संबंध में संबंधित अधिकारियों के साथ विकास भवन सभागार में समीक्षा बैठक की। केदारनाथ धाम में दर्शन करने आ रहे तीर्थ यात्रियों के लिए विभिन्न विभागों द्वारा सुगम एवं सुव्यवस्थित यात्रा संचालित कराने के लिए संबंधित विभागों द्वारा की जा रही व्यवस्थाओं एवं सुविधाओं की समीक्षा करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने प्रसंशा करते हुए कहा कि केदारनाथ धाम में लगातार खराब मौसम होने के बावजूद भी सभी व्यवस्थाएं दुरस्त की जा रही हैं इसके लिए उन्होंने सभी अधिकारियों को शुभकामनाएं प्रेषित की। उन्होंने कहा कि आगे भी सभी अधिकारी अपने दायित्वों का निर्वहन इसी कुशलता के साथ करें ताकि दर्शन करने आ रहे तीर्थ यात्रियों को सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी से जानकारी प्राप्त की है कि केदारनाथ धाम सहित यात्रा मार्ग में संचालित हो रही एमआरपी में उनके द्वारा जो डाॅक्टर, स्टाफ एवं उपकरणों की कमी बताई गई है तो इसके लिए उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए हैं कि केदारनाथ धाम में बड़ी लिनचोली एवं सोनप्रयाग में फिजिशियन डाॅक्टर की तैनाती के लिए अन्य जनपदों से रोस्टर के आधार पर ड्यूटी लगाने को कहा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यदि कोई व्यक्ति संविदा पर फिजिशियन डाॅक्टर की उपलब्धता होती है तो इसके लिए समाचार पत्रों में विज्ञप्ति जारी करने के निर्देश दिए जिसके लिए उन्होंने केदारनाथ में तैनात होने वाले डाॅक्टर को पांच लाख, बड़ी लिनचोली में साढे चार लाख तथा सोनप्रयाग में चार लाख प्रतिमाह वेतन के आधार पर रखने के निर्देश दिए तथा केदारनाथ धाम में एक अतिरिक्त स्टाफ नर्स की तैनाती करने के निर्देश दिए।
उन्होंने आकस्मिक सेवाओं को और बेहतर करने के लिए यात्रा मार्ग में 02 और एंबुलेंस व्यवस्था करने के लिए महानिदेशक चिकित्सा को आवश्यक कार्यवाही करते हुए तीन दिन में एंबुलेंस अन्य जनपदों से उपलब्ध कराने के निर्देश दिए ताकि आपातकालीन स्थिति में गंभीर बीमार तीर्थ यात्री की जान को बचाया जा सके। इसके साथ ही उन्होंने गुप्तकाशी से सोनप्रयाग के बीच उप चिकित्सालय बनाए जाने के लिए भूमि को चिन्हित करते हुए तत्काल प्रस्ताव उपलब्ध कराने के निर्देश दिए तथा त्रियुगी नारायण में भी स्वास्थ्य केंद्र बनाए जाने के लिए भूमि चिन्हित करते हुए प्रस्ताव उपलब्ध कराने को कहा ताकि यात्रा मार्ग में आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर से बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा सके।
इस अवसर पर केदारनाथ की विधायक शैला रानी रावत ने मा. मंत्री के जनपद आगमन पर आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं उनकी टीम द्वारा केदारनाथ धाम में दर्शन करने आ रहे तीर्थ यात्रियों के लिए बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं जिससे उन्होंने सभी की बेहतर सेवाएं देने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम की हौसला अफजाई की। उन्होंने कहा कि यात्रा मार्ग में सीतापुर से सोनप्रयाग के बीच सुलभ शौचालयों की कमी है जिसके लिए उन्होंने शौचालय बनाने को कहा ताकि तीर्थ यात्रियों को कोई असुविधा न हो।
इस अवसर पर जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने स्वास्थ्य मंत्री के जनपद आगमन पर पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत करते हुएआभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि विभिन्न विभागों द्वारा केदारनाथ धाम में दर्शन करने आ रहे तीर्थ यात्रियों के लिए उपलब्ध कराई जाने वाली सुविधाओं एवं व्यवस्थाओं को पिछली यात्रा के अनुभव के दृष्टिगत उनमें जो कमियां थी उन कमियों में सुधार किया गया है तथा केदारनाथ धाम में खराब मौसम होने के बावजूद भी तैनात डाॅक्टरों, अधिकारियों, कार्मिकों, डीडीआरएफ, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, वाईएमएफ तथा पुलिस के जवानों द्वारा निरंतर खराब मौसम के चलते भी अपने दायित्वों का निर्वहन विषम कठिन परिस्थितियों में बड़ी कुशलता के साथ किया है इसी का परिणाम है कि पिछली यात्रा की तुलना में इस यात्रा में भी एक माह से कम समय में साढ़े चार लाख से अधिक तीर्थ यात्रियों ने बाबा केदारनाथ के दर्शन कर चुके हैं तथा एक माह में यह आंकड़ा पांच लाख को भी पार कर देगा। उन्होंने मा. स्वास्थ्य मंत्री को आश्वस्त करते हुए कहा कि उनके द्वारा यात्रा व्यवस्थाओं के लिए जो भी दिशा-निर्देशन दिए गए हैं उनका संबंधित विभागों द्वारा अनुपालन सुनिश्चित कराया जाएगा। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. एचसीएस मार्तोलिया ने मा. मंत्री को अवगत कराया है कि अब तक ओपीडी एवं आकस्मिक में 44739 तीर्थ यात्रियों का उपचार किया गया है तथा एयर एंबुलेंस के माध्यम से 26 लोगों को एयर लिफ्ट किया गया है तथा 93 लोगों को रेफर किया गया है तथा गंभीर स्थिति में चिकित्सालय में आने वाले 15 से 16 लोगों की जान बचाई गई है।

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