एंबुलेंस व ऑटो की भिड़ंत में घायल ऑटो चालक ने दम तोड़ा, लोगों ने किया हंगामा
देहरादून। देहरादून में एंबुलेंस व ऑटो में आमने सामने की भिड़ंत में गंभीर रूप से घायल ऑटो चालक की उपचार के दौरान मौत हो गई। जिस पर ऑटो चालक के परिजनों व यूथ कांग्रेस ने कोरोनेशन व बाद में 108 एंबुलेंस सेवा के मुख्यालय के गेट के बाहर शव को रखकर प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने एंबुलेंस चालक पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मृतक के परिजन को आर्थिक मदद व पत्नी को नौकरी देने की मांग की।
परिजनों ने बताया कि बुधवार को तड़के ऑटो चालक शरद कुमार (33 वर्ष) निवासी एमडीडीए कॉलोनी सवारी लेकर रेलवे स्टेशन की ओर जा रहे थे। इंदर रोड पर तेजी से आई 108 सेवा की एंबुलेंस ने ऑटो को टक्कर मार दी। जिससे शरद बुरी तरह घायल हो गए। उन्हें उपचार के लिए कोरोनेशन अस्पताल लेकर गए, जहां चिकित्सकों ने उन्हें दून अस्पताल रेफर कर दिया।
शरद की हालत को गंभीर देखते हुए दून अस्पताल से भी चिकित्सकों ने उन्हें सीएमआई अस्पताल रेफर कर दिया। बृहस्पतिवार को सीएमआई अस्पताल में उपचार के दौरान शरद ने दम तोड़ दिया। परिजनों ने आरोप लगाया कि 108 एंबुलेंस सेवा प्रबंधन का रवैया ठीक नहीं रहा।
प्रबंधन के किसी भी अधिकारी ने घायल के इलाज में मदद नहीं की। जिससे आक्रोशित परिजनों ने यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर चंदरनगर स्थित 108 एंबुलेंस सेवा के कार्यालय के सामने शव रखकर धरना दिया। 108 एंबुलेंस सेवा के अधिकारियों ने मृतक के परिजनों को आर्थिक मदद व शैक्षणिक आधार पर पत्नी को नौकरी देने का आश्वासन दिया, जिस पर परिजन शांत हुए और शव को अंतिम संस्कार के लिए ले गए। इस दौरान डॉ. जसविंदर सिंह गोगी, रोबिन त्यागी, शिवा वर्मा, सोनू हसन, सिद्धार्थ वर्मा, सादिक, आसिफ, मोंटी त्यागी, दिनेश कुमार आदि मौजूद रहे।
108 एंबुलेंस सेवा के जीएम प्रोजेक्ट अनिल शर्मा ने मीडिया में बयान जारी कर कहा कि बुधवार तड़के चार बजे के करीब एंबुलेंस एक दिल के मरीज को लेकर कोरोनेशन अस्पताल जा रही थी। इसी दौरान विपरीत दिशा से तेज गति से आ रहे ऑटो ने एंबुलेंस को टक्कर मार दी, जिसमें ऑटो चालक भी घायल हो गया। घायल को एंबुलेंस से ही कोरोनेशन और बाद में दून अस्पताल पहुंचाया गया। उन्होंने बताया कि पूरे मामले की जांच के लिए प्रबंधन ने कमेटी गठित कर दी है और तीन दिन में रिपोर्ट मांगी है। बताया कि प्राथमिक जांच में सामने आया है कि एंबुलेंस 24 किमी प्रति घंटे की स्पीड से थी। वहीं फिटनेस और इंश्योरेंस वैध हैं। परिवार के साथ उनकी संवदेना है, जो भी मदद होगी करेंगे।