राज्यपाल ने सशस्त्र सेना झंडा कोष में सहयोग राशि देते हुए प्रदेशवासियों से भी अंशदान देने का आह्वान किया
देहरादून। “सशस्त्र सेना झंडा दिवस” के अवसर पर राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) से गुरुवार को राजभवन में निदेशक, सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास ब्रिगेडियर अमृत लाल (से नि) ने मुलाकात कर फ्लैग लगाया। इस दौरान राज्यपाल ने सशस्त्र सेना झंडा कोष में सहयोग राशि देते हुए प्रदेशवासियों से भी अंशदान देने का आह्वान किया। राज्यपाल ने प्रदेश के सभी सैनिकों, पूर्व सैनिकों एवं शहीद सैनिकों के परिजनों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सशस्त्र सेना झंडा दिवस हमें देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीर सैनिकों की याद दिलाता है। राज्यपाल ने सैनिक कल्याण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रदेश के सभी जनपदों में पूर्व सैनिक, वीरांगनाओं, वीरता पुरस्कार प्राप्त सैनिकों एवं उनके परिजनों की समस्याओं को दूर करने के लिए एक ठोस व्यवस्था बनाई जाए।
इस अवसर पर राज्यपाल ने अपने सैनिक स्कूल के दिनों को स्मरण करते हुए बताया कि स्कूल के दिनों में वे अपने साथियों के साथ सशत्र सेना झंडा दिवस बड़े उत्साह के साथ मनाते थे। उन्होंने कहा कि समस्त देशवासी झंडे को सर्वोच्च सम्मान देते हैं। राज्यपाल ने कहा कि जब भी हम किसी क्षेत्र में विजयश्री प्राप्त करते हैं और जब हमारा झंडा ऊपर की ओर आरोहित हो रहा होता है, उस क्षण को शब्दों में परिभाषित करना मुश्किल है। राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखण्ड सैन्य भूमि है और हम सब का प्रयास होना चाहिए कि प्रदेश के पूर्व सैनिकों और शहीद सैनिकों के परिजनों की अधिक से अधिक सहायता की जाए। इस दौरान उपनिदेशक सैनिक कल्याण कर्नल एम.एस.जोधा (से नि), सूबेदार मेजर एम.एल.भट्ट, हेमचंद्र चैबे मौजूद रहे।