केंद्र सरकार श्रम कानूनों को समाप्त कर लोगों के हितों के साथ कुठाराघात कर रही
टिहरी। सेंटर ऑफ इंडिया ट्रेड यूनियन (सीटू) के पांचवें जिला सम्मेलन में संगठन पदाधिकारियों ने आम जन से जुड़ी समस्याओं पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार श्रम कानूनों को समाप्त कर लोगों के हितों कुठाराघात कर रही है। कहा सरकार की जन विरोधी नीतियों का पुरजोर विरुद्व किया जाऐगा।
रविवार को बौराड़ी स्थित सामुदायिक मिलन केंद्र में सीटू के पांचवें जिला सम्मेलन का शुभारंभ संगठन के जिलाध्यक्ष विशाल सिंह राणा ने झंडारोहण के साथ किया। उन्होंने कहा कि केंद्र की सरकार सरकारी कंपनियों का निजीकरण करने में लगी है,जिससे रोजगार की संभावना समाप्त कम हो रही है। कहा महंगाई चरम सीमा है,आम जनता परेशान है, लेकिन सरकार महंगाई को रोकने का प्रयास नहीं कर रही है। संगठन प्रांतीय प्रवेक्षक पीडी बलूनी ने कहा कि मोदी सरकार श्रम कानूनों को खत्म कर कॉरपोरेट घरानों के हितों के लिये काम करने में लगी है। कहा कि बीते 14 माह से तहसील स्तर के ग्राम प्रहरियों को मानदेय नहीं मिल पाया है। साथ ही स्कूलों से भोजनमाताओं को हटाने का काम किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्र के किसान जंगली जानवरों से परेशान है, वह लगातार खेती को नुकसान पहुंचा रहे हैं, लेकिन सरकार जनता की समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रही है। उन्होंने सरकार से निजी व सरकारी क्षेत्रों में काम करने वाले श्रमिकों को श्रम कानून के मुताबिक मानदेय दिये जाने, श्रमिकों के हतों को सामाजिक सुरक्षा के दायरें में लाने की मांग की है। कहा कि मजदूर वर्ग का शोषण और उत्पीड़न के लिये संगठन संघर्षरत रहेगा। मौके पर भगवान सिंह राणा, चिंतामणी थपलियाल, जगमोहन सिंह रांगड़, नित्यानंद बहुगुणा, राजपाल चौहान, रमेशलाल, मंजूद नेगी, पूनम नौटियाल, संतोषी पोखरियाल, जंगदी बडोनी, केसर सिंह रावत, श्रीपाल चौहान, धन सिंह आदि मौजूद थे।