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तंबाकू के सेवन से शरीर पर होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में आम जनमानस को जागरूक करना होगा : प्रेमचंद अग्रवाल
देहरादून। मंगलवार को पैसिफिक होटल में प्रस्तावित तंबाकू वेंडिंग लाइसेंस प्रणाली के क्रियान्वयन पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। स्वास्थ्य विभाग एवं बालाजी सेवा संस्थान द्वारा अयोजित कार्यशाला में प्रस्तावित तंबाकू विक्रेता लाइसेंसिंग के क्रियान्वयन की संभावनाओं पर गहन चर्चा की गई। तंबाकू उत्पादों की उपलब्धता और पहुंच को कम करने के उद्देश्य से आयोजित कार्यशाला में तंबाकू निषेध कार्यक्रम के सभी हितधारकों एवं विभिन्न विभागीय अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।
कार्यशाला में मुख्य अतिथि शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल जी ने कहा कि तंबाकू के सेवन से शरीर पर होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में आम जनमानस को जागरूक करना होगा। कई लोग किंचित भ्रांतियों की वजह से तंबाकू के सेवन की ओर आकर्षित होते हैं। कई बार देखा गया है की तंबाकू उत्पादों को बाजार में आकर्षक रूप में पेश किया जाता है, जिससे विशेषकर युवा वर्ग आकर्षित होकर इस जाल में फंसते हैं। ऐसे में युवा पीढ़ी को तंबाकू के जहर से बचाने के लिए अंतर्विभागीय समन्वय से आगे बढ़ना होगा एवं सामाजिक जागरूकता व इच्छाशक्ति को बढ़ाना होगा।
विशिष्ट अतिथि खजानदास जी ने कहा कि तंबाकू सेवन से बचाव के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं, नियम बनाए जा रहे हैं, किंतु आवश्यकता है नियमों के क्रियान्वयन की। साथ ही सही जानकारी जन जन तक पहुंचाने की आवश्यकता है। तंबाकू उत्पाद कंपनियां जितनी तेजी से उत्पादों तक युवाओं की आसान पहुंच बना रहे हैं, उतनी ही तेजी से हमें जानकारी को वहां तक पहुंचाना होगा।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संजय जैन ने कार्यक्रम में स्वागत संबोधन देते हुए स्वास्थ्य विभाग और बालाजी सेवा संस्थान द्वारा चलाए जा रहे तंबाकू निषेध अभियान की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने अंतर्विभागीय समन्वय एवं सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने आह्वान किया कि सामूहिक साझेदारी से विभाग के लिए भी यह आसान होगा कि राज्य को तंबाकू मुक्त बनाया जाए।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी एन एच एम डॉ निधि रावत ने कोटपा अधिनियम के विभिन्न प्राविधानों की जानकारी दी। द यूनियन की तकनीक सलाहकर निधि सेज पुराणिक द्वारा तंबाकू विक्रेता लाइसेंस के बारे में एवं आवश्यकता को लेकर विस्तृत प्रस्तुतिकरण दिया।
कार्यशाला में शहरी विकास, शिक्षा, उद्योग, नगर निगम, खाद्य सुरक्षा, औषधि नियंत्रण, पंचायती राज, पर्यटन, वाणिज्य, युवा कल्याण, आबकारी, परिवहन, समाज कल्याण, आईसीडीएस सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
कार्यशाला में अपर निदेशक शहरी विकास आलोक पांडेय, कार्यकारी निदेशक बालाजी सेवा संस्थान अवधेश कुमार, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ निधि रावत, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अविनाश खन्ना, द यूनियन की तकनीकी सलाहकार निधि सेज पुराणिक, बालाजी संस्था से कार्यक्रम निदेशक ममता थापा, जिला सलाहकार तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम अर्चना उनियाल कंडवाल, सिटी अर्बन हेल्थ ऑफिसर राकेश बिष्ट, जिला आई ई सी समन्वयक पूजन नेगी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व प्रतिनिधि उपस्थित रहे।