युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिये संकल्पवान थे स्वामी विवेकानंदः डा. प्रकाश लखेड़ा
पैठाणी। राठ महाविद्यालय पैठाणी पौड़ी गढ़वाल में आज राष्ट्रीय युवा दिवस (विवेकानंद जयंती) के सुअवसर पर ऑनलाइन विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमे स्वामी विवेकानंद राजकीय महाविद्यालय लोहाघाट चम्पावत के डॉ0 प्रकाश लखेड़ा मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित थे, अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ0 जितेन्द्र कुमार नेगी ने की।
अपने संबोधन में डॉ0 प्रकाश लखेड़ा ने स्वामी विवेकानंद के विभिन्न पक्षों की जानकारी विस्तृत रूप से दी, नास्तिक नरेंद्र से स्वामी तक उनकी जीवन यात्रा, शिकागो धर्म सम्मेलन से वेल्लूरमठ, तक कि यात्रा को उन्होंने बेहतर ढंग से समझाया, स्वामी जी ने बेहतर मन के साथ-साथ मज़बूत तन की भी वकालत की है प् आत्मनिर्भर जीवन-यापन करने के लिए जरूरी है, कि मन को भी स्वस्थ्य और पवित्र रखा जाय प् अपने करीब एक घंटे के व्याख्यान में डॉ लखेड़ा ने स्वामी जी के जीवन के सभी महत्वपूर्ण पक्षों, तथ्यों, व घटनाओं को छुआ। प्राचार्य डॉ0 जितेन्द्र कुमार नेगी कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी के आज के युग में युवा ज्यादा भ्रमित और दिशाहीन होते जा रहा है, इसीलिए उसके लिए स्वामी जी के विचारों को आत्मसात करने की जरूरत है प् डॉ0 गोपेश कुमार सिंह ने कहा कि खेल-कूद एक बडा माध्यम है जो शरीर को बलिष्ठ बनाने के साथ-साथ मानसिक एकाग्रता भी प्रदान करता है, स्वामी जी इन्हीं दोनों के सामंजस्य की बात करते थे। वेबीनार की शुरुआत में बी0पी0एड0 प्रथम सेमेस्टर की छात्रा कु0 सुनीता रावत ने सरस्वती वंदना की शानदार प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में दूसरे विश्वविद्यालय व कालेजों के प्राध्यापकों, छात्र- छात्राओं व अपने महाविद्यालय के शिक्षकों व छात्र-छात्राओं ने भी बड़ी संख्या में प्रतिभाग किया। कार्यक्रम के समापन पर प्राचार्य ने सभी आगंतुकों व प्रतिभागी छात्र-छात्राओं का धन्यवाद ज्ञापित किया।