स्थानीय युवाओं को पत्थरबाजी की ओर धकेलने का कार्य कर रहे हैं अलगाववादी-राजनाथसिंह
श्रीनगर। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान और हुर्रियत को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि कश्मीर अगर समस्या है तो इसका हल भी है। हम उनमें से नहीं हैं, जो समस्याओं को बनाए रखने में यकीन रखते हैं। हम इसका हल निकालेंगे। लेकिन बातचीत के लिए लाइक माइंड से कहीं ज्यादा राइट माइंड होना जरूरी है। राज्य के दो दिवसीय दौरे पर गुरुवार को ग्रीष्मकालीन राजधानी पहुंचे गृहमंत्री उच्चस्तरीय बैठक में सुरक्षा परिदृश्य और विकास कार्यो की समीक्षा करने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने स्थानीय युवाओं को पत्थरबाजी की तरफ धकेलने के लिए अलगाववादियों को लताड़ते हुए कहा कि बच्चे तो बच्चे हैं, उनकी मासूमियत का लाभ नहीं उठाया जाना चाहिए। वे (अलगाववादी) कोई भी राजनीति करें, लेकिन बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ न करें। हमने 10 हजार पत्थरबाजों पर दर्ज मामले वापस लिए हैं। हम अपने और दूसरों के बच्चों में फर्क करें, यह कहां का इंसाफ है। अपने गिरेबां में झांको।बातचीत में बाधा के लिए हुíरयत जिम्मेदार कश्मीर मुद्दे पर अलगाववादियों से बातचीत संबंधी सवाल पर उन्होंने कहा कि केंद्र ने यहां बातचीत के लिए विशेष प्रतिनिधि दिनेश्वर शर्मा को नियुक्त किया है। वह 11 बार आ चुके हैं। जो भी बात करना चाहता है, आगे आ सकता है। उन्होंने बातचीत में कोई प्रगति न होने पर हुíरयत को ही जिम्मेदार ठहराया। अमन बहाली के लिए केंद्र के प्रयासगृहमंत्री ने अमन बहाली के लिए केंद्र के प्रयासों का जिक्र करते हुए कहा पत्थरबाजों के लिए माफी और रमजान में युद्धविराम भी इसी कड़ी का एक हिस्सा है। रमजान में आतंकी ¨हसा और पाकिस्तानी गोलाबारी पर रोष जताते हुए उन्होंने कहा कि ये कौन लोग हैं, जो रमजान में भी अपनी हरकत से बाज नहीं आ रहे हैं। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कथन जम्हूरियत, इंसानियत और कश्मीरियत का जिक्र करते हुए कहा कि क्या बंदूक उठाने वाले को जम्हूरियत, इंसानियत और कश्मीरियत में कोई यकीन नहीं है।
आतंकवाद पर काबू नहीं पा रहा पाक तो पड़ोसी से ले मदद गृहमंत्री ने कहा कि पाक दुनिया के सामने आतंकवाद खत्म करने की बात तो करता है, लेकिन इसे खत्म करने के लिए ठोस कदम नहीं उठाना चाहता। अगर पाकिस्तान आतंकवाद को काबू नहीं कर पा रहा, तो वह पड़ोसी मुल्क की मदद क्यों नहीं ले लेता।
युद्धविराम के भविष्य पर फैसला बाद में गृहमंत्री ने कश्मीर में जारी रमजान युद्धविराम को विस्तार देने पर कहा कि यह फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बहुत सोच समझकर लिया है। इसे बढ़ाया जाना है या नहीं, सभी सुरक्षा एजेंसियों और मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के साथ विचार विमर्श के बाद तय होगा।
भारत में इस्लाम के सभी फिरके गृहमंत्री ने बिना किसी का नाम लिए इस्लाम के नाम पर खून खराबा करने वालों को निशाना बनाते हुए कहा कि कई इस्लामिक मुल्क हैं, लेकिन वहां भी इस्लाम से संबंधित 72 फिरके एक साथ नहीं रहते। भारत जो एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है, में इस्लाम के सभी 72 फिरके एक साथ रहते हैं। फिर भारत से इतनी नफरत क्यों।
एजेंडा ऑफ अलायंस के कार्यान्वयन पर मुख्यमंत्री संतुष्टभाजपा-पीडीपी गठबंधन सरकार के बीच तय एजेंडा ऑफ अलांयस पर कार्यान्वयन को लेकर पीडीपी के नाखुश होने संबंधी सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है। मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की तरफ संकेत करते हुए उन्होंने कहा कि एजेंडा ऑफ अलायंस में तय सभी ¨बदुओं पर अब तक हुए कामकाज से पूरी तरह संतुष्ट हैं।